जेपी ग्रुप के संस्थापक जयप्रकाश गौड़ ने तेलंगाना टनल हादसे पर कहा है कि ‘मुश्किल कामों के दौरान हादसे हो जाते हैं’। जेपी ग्रुप की कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड को ही तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल (SLBC) प्रोजेक्ट का ठेका मिला है। इस प्रोजेक्ट के तहत सुरंग की खुदाई के दौरान हुए हादसे में ही आठ लोग फंस गए हैं। जिन्हें निकालने के लिए बीते कई दिनों से ऑपरेशन चल रहा है।
‘मैंने अपने पेशेवर करियर में ऐसी कई दुर्घटनाएं देखी हैं’
तेलंगाना सरकार के मंत्री कोमाटीरेड्डी वेंकट रेड्डी से मुलाकात के बाद दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए 90 वर्षीय जयप्रकाश गौड़ ने कहा कि उन्होंने अपने पेशेवर करियर में छह से सात दुर्घटनाएं देखी हैं। उन्होंने कहा, ‘इन मुश्किल कामों के दौरान ऐसी चीजें होती हैं। मेरे जीवन में, मुझे लगता है कि टिहरी परियोजना, भूटान, जम्मू-कश्मीर समेत छह या सात दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। आपको इन सबका सामना करना पड़ता है।’ गौड़ ने आगे कहा कि टीमें यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही हैं कि फंसे हुए लोग बाहर आ सकें। सुरंग में फंसे हुए आठ लोगों में से दो इंजीनियर और चार मजदूर जयप्रकाश एसोसिएट्स के लिए काम करते हैं। फर्म ने 23 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि इंजीनियर, तकनीशियन, ऑपरेटर और टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) प्रभारी सहित 60 लोग इस तेलंगाना के प्रोजेक्ट पर पर काम कर रहे हैं।
हादसे के 5 दिन बाद भी बचाव अभियान जारी
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में एसएलबीसी सुरंग में हुए हादसे को आज पांच दिन हो गए हैं। सुरंग में फंसे आठ लोगों को बचाने में विशेषज्ञों की टीमें लगी हैं। हालांकि काफी कोशिशों के बाद भी अब तक टीमें कीचड़ और मलबे के कारण सुरंग में फंसे मजदूरों को नहीं निकाल सकी हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और रैट माइनर्स की 20 सदस्यीय टीम बचाव अभियान में लगी है। सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि फंसे हुए लोगों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है, हालांकि सुरंग में लगातार ऑक्सीजन पंप की जा रही है।