भक्तों को आकर्षित करेगा राम जन्मभूमि पथ का प्रवेश द्वार, रामकथा की थीम से होगा सज्जित
राममंदिर के तीनों रास्तों को विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। रामजन्मभूमि पथ, रामपथ और भक्तिपथ का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसमें राम जन्मभूमिपथ रामलला का प्रमुख दर्शनमार्ग होगा। इस पथ का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
राममंदिर के तीनों रास्तों को विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। रामजन्मभूमि पथ, रामपथ और भक्तिपथ का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसमें राम जन्मभूमिपथ रामलला का प्रमुख दर्शनमार्ग होगा। इस पथ का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इस पथ पर प्रवेश करते ही भव्य प्रवेश द्वार भक्तों को लुभाएगा। रामायण की थीम पर थ्री डे गेट आकर्षण का केंद्र होगा। 13.62 करोड़ की लागत से इस प्रवेश द्वार का निर्माण हो रहा है
दो सितंबर से प्रवेश गेट व दस कैनोपी का कार्य शुरु कर दिया है और 31 दिसंबर तक कार्य को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। पथ हरियाली से आच्छादित होगा। गेट की ऊंचाई करीब करीब 12 मीटर होगी। यात्रियों के लिए दर्शन मार्ग के ऊपरी हिस्से को लोहे की जाली और प्लास्टिक से कवर किया जाएगा। रात में यात्रियों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। इसके लिए लाइटें लगाईं जाएंगी जो धनुषाकार होगी।
कड़ी सुरक्षा के बाद भक्तों को आगे प्रवेश मिलेगा
मास्टर प्लान के अनुसार, बिड़ला धर्मशाला के सामने सुग्रीव किला से श्रीराम लला तक 566 मीटर लंबे रामजन्मभूमि पथ पर प्रवेश के लिए दो बड़े खंभे लगाए जाएंगे। इससे दर्शन करने आने वाले यात्रियों को आकर्षित कर सके। दोनों खंभे सैंड पिंक स्टोन के होंगे। एंट्री पाइंट पर सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए गए है। सुरक्षा उपकरणों को भी तय जगहों पर स्थापित किया जाना है।