वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या का मामला मुख्यमंत्री नायब सैनी व उनकी सरकार के गले की फांस बन गया है। दिवंगत अफसर के परिवार को पोस्टमार्टम के लिए मनाने के मुख्यमंत्री, उनके कैबिनेट के मंत्रियों व सीनियर अफसरों के प्रयास सिरे नहीं चढ़ रहे क्योंकि परिवार डीजीपी शत्रुजीत कपूर व रोहतक के एसपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग कर रहा है। हालांकि पांच दिन के बाद जाकर रोहतक के एसपी को हटा तो दिया गया लेकिन डीजीपी पर कार्रवाई से सैनी सरकार कतरा रही है।







