
राम मंदिर में नये पुजारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। पुजारियों के लिए कई सख्त नियम भी बनाए गए हैं। सात-सात के ग्रुप में पुजारियों को दो पाली में ड्यूटी के लिए लगाया गया है। जो पुजारी गर्भगृह में रहेगा वह बाहर नहीं जा सकेगा। जिस पुजारी की ड्यूटी बाहर होगी वह गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकेगा। बाहरी व्यक्तियों को स्पर्श करने पर बिना स्नान गर्भगृह में प्रवेश वर्जित होगा। गर्भगृह में पुजारी मोबाइल फोन का प्रयोग भी नहीं कर सकेंगे।
ड्यूटियों में परिवर्तन हर माह के कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष से होगा। यह ड्यूटी कृष्ण पक्ष के प्रतिपदा से शुरू होकर अमावस्या और फिर शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक चलेंगी। रोजाना प्रथम पाली की ड्यूटी की शुरुआत सुबह चार बजे से भगवान के उत्थान के साथ होगी और मध्याह्न साढ़े 12 बजे तक भगवान के राजभोग आरती तक रहेगी।