अमेठी जिले के संग्रामपुर के टीकरमाफी गांव निवासी बुजुर्ग निर्मल कश्यप की हत्या की गुत्थी रविवार को पुलिस ने सुलझा ली है। जांच में खुलासा हुआ कि 12 फीट जमीन के विवाद में मृतक की बहन सतना कश्यप ने ही हत्या की साजिश रची थी। विवादित भूमि को अपने कब्जे में करने के लिए उसने चार युवकों की मदद से भाई की जान ले ली। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांचों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद हत्या में प्रयुक्त लाठी और डंडे बरामद कर सभी को चालान कर कोर्ट भेज दिया गया।
अमेठी–भादर मार्ग पर गुंगवाछ गांव के पास बृहस्पतिवार को निर्मल कश्यप (60) मजदूरी से घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में लाठी-डंडों से पीटकर उनकी हत्या कर दी गई। मृतक के भाई धर्मराज कश्यप की तहरीर पर पुलिस ने बहन सतना, भांजी शोभा, बहन के दामाद हबुलाल उर्फ दीपक, पड़ोसी रवि कश्यप, करमइता और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
इंस्पेक्टर रवि कुमार सिंह ने बताया कि जांच के दौरान गुंगवाछ गांव में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हत्यारों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने पीपरपुर के मठकनैगिर गांव निवासी अरुण कुमार, दिवाकर, शिव प्रसाद और पटखौली निवासी वंशराज उर्फ बंटू को अमेठी–भादर मार्ग पर गिरफ्तार किया। पूछताछ में अरुण कुमार ने बताया कि सतना उसकी मुंहबोली बुआ हैं और दोनों के बीच पारिवारिक संबंध हैं।
बताया कि सतना और निर्मल के बीच दोनों मकानों के बीच की 12 फीट भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद था। दीपावली के दिन सफाई को लेकर हुए झगड़े के बाद सतना ने निर्मल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके तहत अरुण ने अपने साथियों दिवाकर, शिव प्रसाद और वंशराज के साथ मिलकर मजदूरी से लौट रहे निर्मल पर पूरे तिवारी गांव के पास हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपियों की निशानदेही पर घटनास्थल के पास की झाड़ियों से हत्या में प्रयुक्त लाठी-डंडे बरामद हुए है। एएसपी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार पांचों आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है। साक्ष्य एकत्र कर जल्द आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा ताकि दोषियों को कठोर सजा दिलाई जा सके।







