गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी पर वायुसेना का शक्ति प्रदर्शन शनिवार को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद स्थानीय के साथ गैर जनपदों से देशभक्ति का जज्बा लेकर पहुंचे लोग मायूस होकर लाैट गए। शुक्रवार को दिन व रात में हुए अभ्यास पूरा होने के बाद वायु सेना के कर्मियों की शनिवार को वापसी भी हो गई।
पीरू गांव के पास बनाई गई हवाई पट्टी पर वायु सेना ने दो व तीन मई को जंगी हवाई जहाजों की लैंडिंग सहित कई तरह के अभ्यास कराने का निर्णय लिया था। शुक्रवार को दिन में हवाई पट्टी पर राफेल, जगुआर, मिग-29, मालवाहक सुपर हरक्यूलिस आदि विमानों की लैंडिंग व टेक ऑफ का प्रदर्शन किया गया, जो सफल रहा। बाद में वायु सेना ने रात में भी इन्हीं लड़ाकू विमानों को उतारने व उड़ाने का प्रदर्शन किया।
सभी तरह के अभ्यास एक दिन में पूरे हो गए। इस पर शनिवार को प्रस्तावित विमानों का पूर्वाभ्यास कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। इसके बावजूद वायु सेना के पराक्रम को नजदीक से देखने के लिए शनिवार को भी सुबह से बड़ी संख्या में लोगों का वहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। इनमें से कई लोग हवाई पट्टी तक पहुंच गए, जबकि अन्य तमाम लोग गांव के किनारे पेड़ों की छांव में बैठकर कार्यक्रम शुरू होने का इंतजार करने लगे।
हरदोई के शाहाबाद से अधिवक्ता अंकित अग्निहोत्री अपने साथी रोहित यादव के साथ शनिवार को बाइक से यहां पहुंचे। बताया कि अखबारों में शुक्रवार को हुए पूर्वाभ्यास की खबरें पढ़कर यहां आए, लेकिन कार्यक्रम निरस्त होने की जानकारी नहीं थी। गढ़ियारंगीन, कलान क्षेत्र के गांव भर्रामई, अल्हागंज आदि दूरदराज से आए तमाम लोगों ने हवाई पट्टी पर सेल्फी लेकर वक्त गुजारा और बाद में लौट गए।
वायु सैनिकों की बेस स्टेशन पर होने लगी वापसी
दूसरे दिन का पूर्वाभ्यास निरस्त होने से शनिवार को वायु सैनिकों की बेस स्टेशन पर वापसी शुरू हो गई। वायु सेना ने हवाई पट्टी पर लगाए गए विभिन्न तरह के तकनीकी उपकरण सुबह से समेटने शुरू कर दिए। इसके अलावा वहां लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, लाइटें आदि भी हटा ली गईं। हालांकि, शनिवार को दूसरे दिन भी पुलिस विभिन्न स्थानों पर तैनात रही। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप राय ने बताया कि शनिवार शाम तक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन पीएसी, कमांडो सहित अन्य सुरक्षाकर्मी वापस चले गए।
हवाई पट्टी पर मंडराने लगे छुट्टा गोवंशीय पशु
हवाई पट्टी की सुरक्षा को लेकर क्षेत्र में छुट्टा पशुओं को पकड़कर गोशाला भेजने का अभियान कई दिन चलाए जाने का दावा किया जा रहा था, लेकिन अभ्यास खत्म होने के दूसरे ही दिन हवाई पट्टी पर गोवंशीय पशु मंडराते दिखे। शनिवार को दो गायें हवाई पट्टी के दक्षिणी तरफ से आकर दूसरी ओर निकल गईं। इस दौरान उन्हें पकड़ने की कोई चेष्टा नहीं की गई।
सुरक्षा को लेकर खड़े हो रहे सवाल
विमानों का हवाई पट्टी पर अभ्यास पूरा होने के बाद उसकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। उस क्षेत्र में लोगों का आना-जाना कम रहता है। एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा न होने के कारण अभी यातायात भी शुरू नहीं हुआ है। हवाई पट्टी के आसपास निर्माण कार्य पूरा हो जाने के कारण अब वहां निर्माण कंपनी के लोग भी मौजूद नहीं रहते। 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी पर अभी दोनों तरफ पूरी तरह से स्थायी बाड़ भी नहीं लगी है। किनारे बनी सर्विस लेन से हवाई पट्टी पर जानवर से लेकर हर कोई आसानी से आ-जा सकता है। इसलिए स्थायी बाड़ लगने के बाद भी यह कहना मुश्किल है कि हवाई पट्टी सुरक्षित बनी रहेगी। कुछ माह पहले बरेली-फर्रुखाबाद हाईवे के चौड़ीकरण के दौरान नगर सीमा क्षेत्र में दोनों तरफ लगाई गई लोहे की रेलिंग को तोड़कर लोग अपने उपयोग में ले रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप राय के अनुसार इस बारे में अधिकारियों को अवगत कराकर उनके निर्देशानुसार हवाई पट्टी की सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे।