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रामनगर के पीरूमदारा क्षेत्र के बसई स्थित दिव्यांग स्कूल में एक साल से भर्ती दिव्यांग किशोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। किशोर को एक साल पहले हरिद्वार से रेस्क्यू कर यहां भर्ती कराया गया था। वह एक महीने से बीमार चल रहा था। तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के बाद शव दिव्यांग स्कूल के प्रबंधन के सुपुर्द कर दिया गया है।
यूएसआर इंदु समिति दिव्यांग स्कूल बसई में कई दिव्यांग बच्चे विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से भर्ती हैं। मंगलवार दोपहर को 13 वर्षीय एक दिव्यांग विशेष की तबीयत खराब हो गई। स्कूल का स्टाफ किशोर को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विशेष की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन में खलबली मच गई।
सूचना पर पहुंचे एसआई जोगा सिंह ने स्कूल के पैरा मेडिकल स्टाफ सपना रावत से मामले की जानकारी ली। शाम के समय स्कूल प्रबंधन की ओर से रामनगर श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि किशोर को 9 अगस्त 2023 को बाल कल्याण समिति हरिद्वार की ओर से यूएसआर बसई में भर्ती कराया गया था। किशोर के माता-पिता का नाम पता नहीं है।
एक महीने से टाइफायड का शिकार था किशोर
एसआई जोगा सिंह ने बताया कि दिव्यांग किशोर एक महीने से टाइफायड की चपेट में था। उसका इलाज रामनगर के सरकारी अस्पताल से चल रहा था। एक सप्ताह से उसने खाना नहीं खाया था, जिसकी वजह से वह बहुत कमजोर हो गया था।
किशोर की पीठ पर थे नीले निशान
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि शव का निरीक्षण करने पर उसकी पीठ पर नीले निशान पाए गए हैं, जिसकी फोटोग्राफी कराई गई है। मृतक का विसरा सुरक्षित रखते हुए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से मौत की सही वजह का पता चल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए बाल कल्याण समिति अधिकारी हल्द्वानी को सूचित किया गया है। वहीं, यूएसआर बसई में सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने के लिए नोटिस भेजकर जांच शुरू कर दी गई है।
मानसिक रूप से बीमार दिव्यांग किशोर क्रिटिकल क्योर का मरीज था। वह हमेशा ही बेउ पर लेटा रहता था। नवंबर से वह बीमार था और उसका इलाज रामनगर अस्पताल से चल रहा था। बीमारी के चलते उसकी मौत हुई है।
– संदीप रावत, प्रबंधक यूएसआर इंदु समिति दिव्यांग स्कूल।