शरद पूर्णिमा पर राम मंदिर में विशेष अनुष्ठान किया गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के संयोजन में आयोजित अनुष्ठान में हवन, यज्ञ आदि आयोजन हुआ। इससे पहले रामलला को रत्न जड़ित वस्त्र धारण कराए गए। शरद पूर्णिमा पर रामलला को खीर का भोग अर्पित किया गया। इसके बाद परिसर स्थित यज्ञशाला में वैदिक आचार्यों ने 11 हजार वेदमंत्रों से आहुतियां डालीं। वेद पारायण भी किया गया। आम दिनों के अपेक्षा रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रही। रामलला को 56 भोग भी अर्पित किया गया। बताया गया कि उदया तिथि के चलते रामलला का महाभिषेक मंगलवार की सुबह किया जाएगा। पूर्णिमा तिथि नी आंजनेय सेवा संस्थान की ओर से मां सरयू की भव्य आरती हुई। संस्थान के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास ने बताया कि पूर्णिमा पर्व पर 1100 बत्ती की विशेष आरती की गई। सरयू की आरती व दीपदान से सभी घाट आलोकित हो उठे। शरद पूर्णिमा के चलते रामनगरी के सभी मंदिरों के गर्भगृह में पूजा-अर्चना करते हुए भगवान को खीर का भोग लगाया गया।







