बस दुर्घटना में मृतक नेमा देवी (55) पत्नी परदेशी गौड़ सिरकोनी ब्लॉक के गोपीपुर गांव की रहने वाली थीं। उनका परिवार 20 साल से टाटा जमशेदपुर में रहता था। शादी या समारोह में ही गांव आना होता था। नेमा देवी कुछ दिन पूर्व अपने पति और पौत्र के साथ अपने मायके केराकत आई थी। वे वहां से अपने किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने शाहगंज गई थी।
वहां से लौटकर बदलापुर के रामनगर स्थित अपनी बहन के घर गई। उनसे मिलकर वह वापस अपने मायके केराकत जा रही थी। रास्ते में बस दुर्घटना में मौत हो गई। उनके दो पुत्र, बहुएं, पौत्र तथा दो पुत्रियां है। घटना में नेमा देवी की मौत की खबर सुनकर गांव के लोग भी घटना स्थल पहुंच गए।
हादसे की जांच कराकर दोषियों पर होगी कार्रवाई : डीएम जौनपुर
बस हादसे के बाद जिला चिकित्सालय पहुंचकर डीएम डॉ. दिनेशचंद्र व एसपी डा. कौस्तुभ कुमार ने मरीजों के उपचार की व्यवस्था देखी। डीएम ने कहा कि सड़क हादसे की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में घायलों के चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। घटना की ऑडिट कराई जा रही है। एनएचएआई के इंजीनियर को बुलाया गया है कि घटना का अध्ययन कर जानकारी दी जाए कि किस कारण हादसा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के डिवाइडर पर चढ़ने के कारण या फिर चालक व परिचालक की लापरवाही से घटना हो सकती है।
परिवहन विभाग की तरफ से डग्गामार वाहनों व प्राइवेट वाहनों की जांच के लिए अभियान चलाया जाता है। एसडीएम जांच कर बताएंगे कि बस की परमिट है या नहीं। घायलों की चिकित्सा और मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इसकी सूचना शासन को भेजी जाएगी।
जौनपुर में तेज रफ्तार बस डिवाइडर पर चढ़कर पलटी, पांच की मौत, 14 घायल
वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर शंभूगंज बाजार के पास चकपटैला गांव के अंडरपास पर शुक्रवार की सुबह पौने नौ बजे तेज रफ्तार निजी बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर दायीं पटरी पर पलट गई। हादसे में बस परिचालक समेत पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए। बस रामनगर घनश्यामपुर से जौनपुर की तरफ जा रही थी।
पुलिस ने क्रेन की मदद से बस सीधी कराकर घायलों को बाहर निकाला और यातायात शुरू कराया। वहीं, जिला चिकित्सालय पहुंचकर डीएम डॉ. दिनेशचंद्र और एसपी डॉ. कौस्तुभ कुमार ने घायल यात्रियों का हाल जाना। एक निजी बस रामनगर घनश्यामपुर से जौनपुर-बदलापुर पड़ाव के लिए चलती है।
कलीचाबाद निवासी बस चालक समरजीत पाल (50) और बदलापुर के चवरी लेदुका निवासी परिचालक कालीचरन यादव (40) सुबह बस लेकर जौनपुर के लिए चले थे। 52 सीट वाली बस में 40 सवारियां थीं। पुलिस के अनुसार, चकपटैला गांव के अंडरपास के पास चालक ने तेज रफ्तार बस से नियंत्रण खो दिया।
डिवाइडर पर चढ़कर बस दाहिनी तरफ पटरी पर पलट गई। चालक हादसे के बाद भाग गया। थानाध्यक्ष बक्शा विक्रम लक्ष्मण सिंह पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कराया, तब तक चार यात्रियों की मौत हो चुकी थी। एक यात्री ने जिला चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। 14 घायलों को नौपेड़वा सीएचसी पर उपचार के बाद जिला चिकित्सालय भेजा गया।
बस हादसे में इन यात्रियों की हुई मौत
सुशीला यादव (65) पत्नी लालजी यादव निवासी सलेखनपुर बदलापुर जौनपुर।
संध्या शर्मा (26) पत्नी विजय शर्मा निवासी बक्शा जौनपुर।
कालीचरन यादव (36) पुत्र विंध्याचल यादव निवासी चवरी बदलापुर जौनपुर।
नेमा देवी (60) पत्नी परदेशी प्रसाद निवासी गोपीपुर जफराबाद जौनपुर।
राजनाथ गौतम (60) पुत्र बंशी निवासी कटहरी लेदुका बदलापुर जौनपुर।
बदलापुर से जौनपुर जा रही निजी बस पलटने की सूचना पौने नौ बजे पुलिस को मिली। इसके बाद पुलिस टीम राहत बचाव कार्य में लग गई। क्रेन से बस सीधी कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में पांच यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 14 घायल हैं। कुछ घायलों को स्वास्थ्य केंद्र नौपेड़वा व जिला चिकित्सालय भेजा गया। – डॉ. कौस्तुभ कुमार, पुलिस अधीक्षक जौनपुर।