मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने मंगलवार को नई दिल्ली के लिए दौड़ लगाई तो उत्तराखंड की सियासत चर्चाओं से गरमा गई। हालांकि तीनों नेताओं ने अपनी दिल्ली यात्रा के अलग-अलग कारण बताए। वहीं, सोशल मीडिया में तीनों दिग्गज नेताओं के अचानक दिल्ली का रुख करने के यही मायने निकाले जा रहे हैं कि केंद्रीय नेतृत्व राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालातों पर उनसे चर्चा करेगा और कुछ निर्देश भी देगा। दिल्ली रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने साफ किया कि उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था और उन्हें केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव से राज्य में पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करनी है। इधर, तीनों नेताओं के दिल्ली रवाना होने के साथ ही सियासी हलके में चर्चाएं गर्म रहीं कि उन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने अंकिता हत्याकांड, विधानसभा बैकडोर भर्ती के संबंध में जानकारी के लिए बुलाया है।
3 मुद्दों पर हो रही आम चर्चाएं
1. अंकिता हत्याकांड पर रिपोर्ट ली जा सकती है
अंकिता हत्याकांड पर प्रदेश की राजनीति गर्म है। सियासी हलकों में चर्चा है कि तीनों दिग्गज नेता केंद्रीय नेतृत्व को अंकिता हत्याकांड के संबंध में जानकारी दे सकते हैं। इस मामले में सरकार ने कितनी तेजी के साथ कार्रवाई की और इस पर विपक्ष किस तरह की सियासत कर रहा है, इस पर भी चर्चा की संभावना है।
2. विधानसभा में बैकडोर भर्ती पर कार्रवाई का ब्योरा
दूसरी चर्चा यह भी है कि विधानसभा में बैकडोर भर्ती के संबंध में हुई कार्रवाई के बारे में सीएम और स्पीकर केंद्रीय नेतृत्व को जानकारी दे सकते हैं। इस मामले में कार्रवाई के बाद सियासत तो कुछ नरम पड़ी है, लेकिन नियमों को नजर अंदाज कर बैकडोर भर्ती के लिए तत्कालीन स्पीकर को लेकर सवाल अब भी बरकरार हैं।
3. कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं भी गरमाई
धामी मंत्रिमंडल में तीन पद खाली हैं। पिछले कुछ दिनों से भाजपा के भीतर कैबिनेट विस्तार के बजाय फेरबदल की चर्चाएं ज्यादा हैं। सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के नई दिल्ली प्रवास के संबंध में एक संभावना कैबिनेट विस्तार की भी जताई जा रही है।
प्रसादम योजना और मानसखंड कॉरिडोर के संबंध में केंद्रीय पर्यटन मंत्री के सचिव से पहले से समय लिया है। उनसे इन दोनों योजनाओं के बारे में करनी है। केदारनाथ-बदरीनाथ को लेकर चर्चा के भी बिंदू हैं।
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री