दीपोत्सव में रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने शामिल होकर एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने जैसे ही रामलला के दरबार में दीप जलाया उसके तुरंत बाद पूरी अयोध्या दीपों से रोशन हो उठी। इन दीयों के जरिए रामनगरी आर्थिक संपन्नता व तरक्की के मार्ग को भी रोशन करती दिखी।
मोदी ने अपने पूरे दौरे के दौरान सांस्कृतिक व आधुनिक अयोध्या की झलक दिखाई, लेकिन इस दौरे के खास राजनीति मायने भी निकाले जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि मोदी 2024 चुनावों को अयोध्या से ही साधेंगे। 2014 में काशी का कल्याण किया था, 2024 में अयोध्या मोदी के राजनीतिक जीवन को अलग वैभव देगी। अगले लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद अगर मोदी अपने राजनीतिक जीवन की अगली पारी अयोध्या के नाम कर देते हैं तो इसका संदेेश पूरे देेश में जाएगा।
पीएम मोदी इस साल महाकाल नगरी उज्जैन, केदारधाम, बद्रीधाम की यात्रा के बाद रविवार को जब अयोध्या पहुंचे तो दीपोत्सव के जरिए बड़ा संदेश देने की कोशिश करते दिखे। पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या की धरती पर कदम रखा तो वे सबसे पहले रामलला के दरबार पहुंचे।
दो साल पहले पांच अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने राममंदिर का भूमि पूजन किया था। वह केवल राममंदिर का कार्यारंभ नहीं था बल्कि अयोध्या के पुर्नविकास की भी नींव थी। मोदी जब दो साल बाद अयोध्या आए तो सबसे पहले उन्होंने राममंदिर निर्माण की प्रगति ही देखी। इसके बाद रामकथा पार्क में आयोजित रामराज्याभिषेक समारोह में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि भगवान राम सबका साथ, सबका विकास व विश्वास के आधार हैं। उन्होंने कहा कि पहले भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े किए जाते थे, हमने वो बेड़ियां तोड़ी हैं।
PM MODI IN AYODHYA -प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या दौरा 2024 के लिए दिया बड़ा संकेत ।
