प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 17 साल पहले हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी को घेरा। उन्होंने मुंबई आतंकी हमले के बाद तत्कालीन सरकार की नीति को कटघरे में खड़ा किया। पीएम मोदी ने कहा, मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी के साथ-साथ भारत के सबसे वाइब्रेंट शहरों में से एक है। इसलिए, 2008 में आतंकियों ने मुंबई शहर को बड़े हमले के लिए चुना। लेकिन तब जो कांग्रेस सरकार सत्ता में थी, उसने कमजोरी का संदेश दिया और आतंकवाद के सामने घुटने टेक दिए।
पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस को बताना होगा कि वह कौन था जिसने विदेशी दबाव में फैसला लिया और मुंबई व देश की भावना से खिलवाड़ किया।’ उन्होंने कहा, हमारे लिए देश और देशवासियों की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। आज का भारत दमदार जवाब देता है, घर में घुसकर मारता है। यह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने देखा है।
भारत की वैश्विक कनेक्टिविटी पर बोले पीएम मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज मुंबई का लंबा इंतज़ार खत्म हुआ। मुंबई को अब अपना दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिल गया है। ये एयरपोर्ट, इस क्षेत्र को एशिया के सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने इसकी अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा, इस नए एयरपोर्ट से महाराष्ट्र के किसान यूरोप और पश्चिम एशिया के सुपरमार्केट से भी जुड़ पाएंगे।
सरकार से कांग्रेस पार्टी ने भी पूछे तीखे सवाल
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने भी केंद्र सरकार से तीखे सवाल किए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 30 सितंबर 2025 को जारी ताजा अधिसूचना में पाकिस्तान, सऊदी अरब, कतर, ओमान, तुर्किए और इस्राइल जैसे देशों के नाम भी शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘देखिए, कूटनीतिक माहौल कितनी जल्दी बदलता है और कूटनीतिक झटके कितनी तेजी से बढ़ते हैं। कांग्रेस महासचिव ने दोनों अमेरिकी अधिसूचनाओं की प्रतियों साझा करते हुए कहा कि यह भारत की विदेश नीति की असफलता का संकेत है।







