*लखनऊ मण्डल हुआ पूर्णतया विद्युतीकृत*
यात्री सुविधा एवं यात्री यातायात के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल निरंतर इस क्षेत्र में नवीन उपलब्धियों हेतु अग्रसर रहता है I इसी क्रम में आज मंडल द्वारा एक उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की गयी जिसके अंतर्गत मंडल के बाराबंकी-अयोध्या कैंट रेल खंड पर विद्युतीकरण के संपन्न हुए कार्य का मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त श्री एस.के.पाठक द्वारा निरीक्षण किया गया | इस रेलखंड पर मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त की स्वीकृति के पश्चात लखनऊ मण्डल पूर्णतया विद्युतीकृत हो जायेगा जिससे सम्पूर्ण मंडल पर परिचालन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा | विदित हो यह रेल खंड लगभग 100 किलोमीटर का है | मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त एस.के.पाठक द्वारा रसौली से अयोध्या कैंट के मध्य रियर विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया l अपने निरीक्षण के दौरान आपने बाराबंकी से रसौली के मध्य मोटर ट्राली द्वारा निरीक्षण किया एवं रसौली-सफदरगंज के मध्य लेवल क्रासिंग गेट न. 168 का तथा सफदरगंज-दरियाबाद के मध्य स्थित कल्याणी ब्रिज का निरीक्षण किया l रुदौली स्टेशन पर पहुँच कर उन्होंने स्टेशन की यात्री-सुविधाओ, फुटओवर ब्रिज, इंजीनियरिंग गैंग न. 48 की कार्यप्रणाली का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए तथा सलारपुर–अयोध्या कैंट के मध्य कर्व संख्या 77 का गहनता से निरीक्षण किया l इसके अतिरिक्त मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने अयोध्या कैंट-बाराबंकी के मध्य इलेक्ट्रिक इंजन से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से परिचालन कर रेलवे ट्रैक की संरक्षा व सुरक्षा एवं विद्युतीकरण को जांचते हुए स्पीड ट्रायल किया l इस रेलखंड पर मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त की स्वीकृति के पश्चात परिचालन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा l
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक, सुरेश कुमार सपरा ने अवगत कराया कि लखनऊ मण्डल में पूर्णतया विद्युतीकरण का कार्य संपन्न हो जाने से यात्रियों एवं मालगाड़ियो के आवागमन हेतु और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा साथ ही साथ ही इस विद्युतीकरण के द्वारा कम परिचालन लागत पर अधिकतम उर्जा की प्राप्ति होगी,उच्च गुणवत्ता के साथ अधिक शक्ति प्राप्त होगी एवं डीज़ल इंजन में प्रयोग किया जाने वाला ईंधन भी बचेगा तथा पर्यावरण के भी अनुकूल होगा |
मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा किया गया बाराबंकी-अयोध्या कैंट के मध्य विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण
