भारत में अवैध सट्टेबाजी और जुए के मामलों में हाल के वर्षों में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई है। भारत में चार प्रमुख साइटों पर केवल तीन महीनों में 1.6 अरब विजिट हुई है। डिजिटल इंडिया फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, अवैध सट्टेबाजी साइटों पर ऑर्गेनिक सर्च ट्रैफिक लगभग 18.4 करोड़ विजिट (हिट) के साथ पार हो गया। ऑर्गेनिक सर्च का आंकड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ओर से संचालित ट्रैफिक से अधिक है, जिसने लगभग 4.28 करोड़ हिट का योगदान दिया। अकेले मिरर वेबसाइटों ने अवैध बाजार के पैमाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। तीन परिमैच मिरर ने अतिरिक्त 26.6 करोड़ हिट उत्पन्न किए। अवैध प्लेटफार्मों पर 1.098 अरब विजिट सीधे यूआरएल दर्ज करने वाले यूजर्स से उत्पन्न हुए, जो पिछली मार्केटिंग रेफरल आदि की सफलता का संकेत देते हैं।
सोशल मीडिया में सट्टे से जुड़े विज्ञापन बढ़े
रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म सट्टेबाजी और जुआ से संबंधित प्रचारों को प्रतिबंधित करते हैं। फेसबुक पर इससे जुड़े विज्ञापन हाल के वर्षों में तेजी से बढ़े हैं। वेबसाइटों को ब्लॉक करने और सार्वजनिक सलाह सहित बार-बार सरकारी हस्तक्षेप के बावजूद अवैध ऑपरेटर लगातार फल-फूल रहे हैं। वित्त पर संसद की स्थायी समिति ने वर्ष 2023 में अपनी रिपोर्ट में ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटों की मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी वित्तपोषण को सक्षम करने में भूमिका पर चिंता जताई थी।