बड़ा भक्त माल मंदिर में फूलों की होली,
गायन-वादन के बीच संतों ने एक-दूसरे से होली खेली, भव्य दरबार सजा
रसिक संत जन ठाकुर जी संग फूलों एवं अबीर-गुलाल की होली खेलते हैं और भाव के अनतरंग में आनंदित होते है: महंत अवधेश दास
अयोध्या।रामनगरी में होली का उत्सव दो दिन मनाया जा रहा है। बड़ा भक्त माल मंदिर के दरबार में गायन-वादन के बीच संत एक-दूसरे को गुलाल लगा रहे हैं। होली भगवान श्रीराम की दिव्य होली के रुप में धूमधाम से मनाया गया। साधु संतो की माने तो इस दिन वह किसी और के साथ नहीं बल्कि साक्षात् भगवान् राम के साथ ही होली खेलते है। रामनगरी के प्रसिद्ध पीठ श्री बड़ा भक्त माल मंदिर में संतों ने फूलो की होली खेली।रंगोत्सव से पूरा मंदिर प्रांगण पुलकित रहा। महोत्सव को पीठ के पीठाधीश्वर महंत अवधेश दास जी महाराज सानिध्य प्रदान कर रहे थे। उसके बाद संतों ने फूलों की होली खेली। यह दृश्य देखकर सभी हर्षोल्लासित हो उठे। मंदिर में मौजूद साधु-संत, भक्तगणों ने एक-दूसरे पर फूल उड़ायें। पूरा माहौल भक्तिमय वातावरण में रंगा रहा। मंदिर परिसर श्रद्धालु और संतों से भरा हुआ था। रामनगरी के नामचीन कलाकारों ने होली खेलें रघुवीरा अवध में….आदि अनेकानेक होली गीत गाकर उत्सव में चार-चांद लगा दिया। उन्होंने उत्सव की महफिल सजा दी। इससे साधुसंत, भक्तगण मंत्रमुग्ध हो गए। गायन-वादन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। बड़ा भक्त माल पीठाधीश्वर श्रीमहंत अवधेश दास जी ने कलाकारों को न्यौछावर भी भेंट किया। आये हुए अतिथियों का स्वागत भी किया।
श्रीमहंत अवधेश दास जी ने कहा कि मंदिर में फूलों की होली का कार्यक्रम हुआ। जिसमें संत साधकों ने जमकर खेली है। हम सब रसिक संत जन ठाकुर जी संग फूलों एवं अबीर-गुलाल की होली खेलते हैं और भाव के अनतरंग में आनंदित भी होते हैं। हम सबने भगवान युगल सरकार जी के संग अबीर-गुलाल, फूलों की होली खेली। इस अवसर पर जानकी घाट बड़ा स्थान के पीठाधीश्वर महंत जन्येजय शरण, बावन मंदिर पीठाधीश्वर महंत वैदेही बल्लभ शरण, जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी डा राघवाचार्य जी, तुलसी छावनी के महंत जनार्दन दास, डांडिया मंदिर के महंत गिरीश दास सहित बड़ी संख्या में संत साधक मौजूद रहें।