फिल्म फेस्टिवल: हो जाएं दूनवासी तैयार… ३ दिन अपने पसंदीदा फिल्मी सितारों से मिलने का है माैका
उत्तराखंड के सबसे बड़े आयोजन 9वें देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन आगामी 27 से 29 सितंबर को सिल्वर सिटी राजपुर रोड व तुलाज़ इंस्टीट्यूट में होने जा रहा है। पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी कई फिल्मी सितारों, फिल्म डाॅयरेक्टर, सिंगर आदि से उत्तराखंड के लोग रूबरू होंगे। तीन दिनों में लगभग 80 से अधिक शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, म्यूजिक एल्बम आदि का प्रदर्शन किया जा रहा है।
जानकारी देते हुए आयोजक राजेश शर्मा ने बताया कि 27 सितंबर को सैम बहादुर फिल्म के प्रदर्शन से ओपनिंग की जाएगी, जिसको देखने के लिए नेत्रहीन बच्चों को बुलाया गया है। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल होने के नाते कुछ इंटरनेशनल फिल्म का प्रदर्शन भी किया जा रहा है, जिसमें आयरलैंड मोरक्को पर्शियन और फिलिपींस की फिल्म दिखाई जाएगी।
वहीं, दूसरी ओर 27 सितंबर को ही अजमेर फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें अभिनेता राजेश शर्मा और पुष्पेंद्र सिंह मौके पर मौजूद रहेंगे। 28 सितंबर को फिल्म मंथन एवं एक आयरलैंड की फिल्म ए टाउन वाॅल्ड 1995 प्रदर्शित की जाएगी। 29 सितंबर को इला अरुण की त्रिकाल दिखाई जाएगी। इस दौरान यह दोनों कलाकार भी मौजूद रहेंगे। वहीं, मोरक्को की फिल्म सेलिब्रेशन पर्शियन, फिल्म कैटवुमन एवं फिलिपींस की फिल्म दिखाई जाएगी। जिसमें कई नए डाॅयरेक्टर व प्रोड्यूसर आदि को मौका मिल रहा है कि वह अपनी फिल्म प्रदर्शित कर सकें। कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को भी आमंत्रित किया गया है।
युवा कर सकेंगे अपनी कला का प्रदर्शन
राजेश शर्मा ने कहा कि यह उत्तराखंड के युवाओं के लिए बहुत ही सुनहरा अवसर है कि वह अपनी कला का प्रदर्शन करें और उनको साथ ही साथ ऐसे कलाकारों से मिलने का मौका मिलेगा जिनके साथ वे उनके अनुभव साझा कर सकते हैं। इसमें दो ग्रुप रखे गए हैं आठ से 15 साल और 16 साल से ऊपर जिसमें प्रतिभागी अपनी कला जैसे कि डांस एक्टिंग कविता, मिमिक्री, सिंगिंग आदि का प्रदर्शन करेंगे। अंतिम फैसला जज का ही रहेगा। जीतने वाले प्रतिभागियों को अवाॅर्ड व सर्टिफिकेट तो दिया ही जाएगा साथ ही वोकल म्यूजिक और देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आने वाले प्रोजेक्ट में भी मौका मिलेगा।
आंगन बाजार एग्जीबिशन लगेगी
वहीं, फिल्म फेस्टिवल में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए आंगन बाजार एग्जीबिशन का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें महिलाओं को स्टॉल आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसमें वह अपने बनाए गए सामान की प्रदर्शनी लगा सकेंगी।