कालाढूंगी-रामनगर मार्ग पर चुनाखान के पास रविवार को एक प्राइवेट सवारी बस पलट जाने से अफरा-तफरी मच गई। हादसे में बस सवार छह यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया। चार अन्य यात्रियों को हल्की चोटें आईं हैं जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
प्राइवेट बस संख्या यूके04पीए-0154 यात्रियों को लेकर रामनगर से कालाढूंगी होते हुए हल्द्वानी जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस के आगे चल रही एक कार के सामने अचानक कुत्ता आ गया। कार चालक ने कुत्ते को बचाने के लिए अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे पीछे से आ रही बस ने कार को टक्कर मार दी। वाहन में करीब 30 यात्री सवार थे। टक्कर के बाद बस अनियंत्रित होकर सड़क से उतरते हुए खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और कई यात्री बस में फंस गए। सूचना मिलते ही कालाढूंगी व बैलपड़ाव पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों व राहगीरों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। 108 आपातकालीन सेवा की सहायता से घायलों को कालाढूंगी अस्पताल पहुंचाया गया।
कोतवाल अरुण सैनी ने बताया कि हादसे में मालधन चौड़ निवासी भागुली देवी, कटघरिया हल्द्वानी निवासी सुमन सिंह, रुद्रपुर शिवनगर निवासी सत्येंद्र, हल्द्वानी निवासी कंचन फुलोरिया, रामनगर निवासी दीपू तथा हिम्मतपुर रामनगर निवासी हरिप्रिया को गंभीर चोटें आईं। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया। वहीं पांच अन्य यात्रियों को हल्की चोटें आने पर प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। सीओ रामनगर सुमित पांडे ने बताया कि जिस कार को बस ने टक्कर मारी, उसमें गुरुग्राम के साउथ सिटी निवासी यर्जुर सहगल अपने परिवार के साथ नैनीताल जा रहे थे। कार सवार सभी लोग इस घटना में सकुशल बच गए।
सीओ की भूमिका की सराहना करते रहे लोग
दुर्घटना के बाद सीओ रामनगर सुमित पांडे मौके पर पहुंचे तो उन्होंने घायलों को ढूंढने में कोई कसर नहीं छोड़ी। खुद वह पलटी हुई बस के ऊपर चढ़ गए। घायलों के बस के अंदर फंसे होने की संभावना पर वह घायलों को खोजने में लग गए। उन्होंने अपने अधीनस्थों से भी बस के अंदर व बस के नीचे तलाशी लेने को कहा ताकि कोई घायल न फंसा रहे।
थोड़ी देर के लिए जाम
दुर्घटना के बाद लोगों की मौके पर भीड़ जमा हुई तो वाहनों के खड़ा होने से थोड़ी देर के लिए लंबा जाम भी लग गया। सड़क से जो भी वाहन गुजर रहा था वह दुर्घटना की जानकारी लेने रुक रहा था। इस कारण जाम लगा रहा। इसी बीच स्थानीय लोगों ने मानवता का परिचय देते हुए अपने निजी वाहनों से भी घायलों को अस्पताल पहुंचाने में पुलिस की मदद की।







