ब्रेकिंग-“न्यू भारत” पर चली खबर का हुआ असर: हनुमान जी को नोटिस देने के मामले में रेलवे ने स्वीकारी अपनी भूल।
मध्यप्रदेश
मुरैना में रेलवे का अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है। विभाग ने पहले तो मंदिर में विराजमान भगवान बजरंगबली को नोटिस जारी कर दिया फिर गलती समझ आने पर संशोधित नोटिस जारी किया। नए नोटिस में हनुमानजी का नाम हटाकर मंदिर के पुजारी का नाम जोड़ा गया।
रेलवे द्वारा जारी पहले नोटिस में बजरंग बली को ही अतिक्रमणकारी बताते हुए उन्हें सात दिन में अतिक्रमण हटाने को कहा गया था। यह भी चेतावनी दी गई थी कि अतिक्रमण नहीं हटाने पर रेलवे कार्रवाई करेगा और जेसीबी आदि के खर्च की वसूली हनुमानजी से की जाएगी।
दरअसल, इन दिनों ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉडगेज लाइन का काम चल रहा है और मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील में हनुमान जी का एक मंदिर ब्रॉडगेज लाइन के बीच में आ रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि यह मंदिर रेलवे की जमीन पर बना है। इसलिए रेल विभाग ने यह आनन फानन में स्वयं भगवान हनुमान जी को नोटिस जारी कर दिया गया। नोटिस में रेलवे ने लिखा कि आपने रेलवे की जमीन पर मकान बनाकर अतिक्रमण किया है। रेलवे का यह नोटिस सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था।
रेलवे की उड़ी खिल्ली
जब इस नोटिस को लेकर रेलवे की खिल्ली उड़ाई जाने लगी तो वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला आया। उन्होंने फौरन संशोधित नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। संशोधित नोटिस पुजारी हरिशंकर शर्मा किया गया। उन्हें वे सभी निर्देश दिए गए जो हनुमानजी के नाम जारी नोटिस में दिए गए थे।