गाजियाबाद के सभी पर्यटक हंसी खुशी घर लौट रहे थे कि रामगढ़ के गागर में उनकी खाई में गिर गई। हादसे में मामा-भांजी की मौत के बाद परिवार के सभी सदस्य यहां से कभी न भूलने वाला दर्द लेकर लौटे। हादसे में घायल नितिन ने बताया कि उन्हें हल्द्वानी में एक होटल में रुकना था। दिन-रात कार चलाने से सचिन थका हुआ था। ऐसे में आशंका है कि उसे झपकी आने से हादसा हुआ। दुर्घटनास्थल पर करीब 50 फीट गहरी खाई है। कार खाई में गिरने के बाद तीन बार पलटी और 20 फीट नीचे जाकर एक पेड़ पर अटक गई। कार का पिछला शीशा टूटने से लक्शी उसमें से निकलकर 50 फीट नीचे जा गिरी।
बहन को घुमाने ले गए थे दोनों भाई: रुचि की शादी रजापुर निवासी विकास से हुई है। पति से विवाद के चलते कई वर्षों से रुचि अपने तीन बच्चों के साथ पिता के ही घर में रहती हैं। तीनों बच्चे विजयनगर में ब्लूम पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं। बहन के कैंची धाम जाने की इच्छा जताने पर दोनों भाई उन्हें और उनके बच्चों को घुमाने ले गए थे।
परिजन सदमे में
भवाली हादसे में सचिन और लक्ष्मी की मौत के बाद से अन्य सैलानियों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने कहा कि गाजियाबाद से घूमने आए सचिन और लक्षी को शायद यह पता नहीं था कि यह यात्रा उनकी जिंदगी की अंतिम यात्रा होगी। लोगों ने बताया कि वाहन में भाजपा का टैग लगा हुआ था। ऐसे में उनके भाजपा से जुड़े होने की बात सामने आ रही है।







