बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा के बयान से हड़कंप मच गया है। कैलाशनाथ ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं। अगर न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा। उनके इस बयान से हड़कंप मच गया गया है। बता दें कि बहराइच हिंसा के पांचों आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। शुक्रवार को सीजेएम के सामने पेश करने के बाद सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
कैलाशनाथ ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूरा न्याय नहीं मिला है। जो मेरे बेटे के साथ हुआ है वो आरोपियों के साथ भी हो। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। वहीं, मृतक युवक की पत्नी रोली मिश्रा ने भी दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
पांचों मुख्य आरोपियों को सीजेएम कोर्ट से सीधे जेल भेजा गया
महसी तहसील की महाराजगंज हिंसा के मुख्य आरोपियों को नानपारा के हांडा बसेहरी नहर के पास पुलिस मुठभेड़ में मोहम्मद तालीम उर्फ शब्बू और सरफराज उर्फ रिंकू के पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। वहीं, तीन अन्य आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को सीजेएम आवास पर आरोपियों की पेशी होने के बाद पांचों आरोपियों को आरआरएफ, पीएसी और पुलिस की कड़ी सुरक्षा में 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
सुनियोजित ढंग से फैलाई गई हिंसा
इसके पहले, हत्यारोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार लिया। जांच में सामने आया कि हत्यारोपियों के मंसूबे खतरनाक थे। तभी तो उन्होंने हत्या में प्रयुक्त बंदूक को लोड कर छिपाया था। उसके साथ एक अन्य अवैध असलहा भी रखा था, ताकि जरूरत पड़ने पर वह फिर से दहशत फैला सकें। इसका प्रमाण भी उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दे दिया। पुलिस के अनुसार महराजगंज में रविवार को जो हुआ वह सुनियोजित था। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पत्थर व ईंटें रखी थीं। कांच की बोतल भी मिली थीं।