अयोध्या : अग्नि का स्वरुप होता है भगवा इसे धारण करने से सुख और समृद्धि में होती है वृद्वि -आचार्य सतेंद्र दास
आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार है।बड़ी संख्या में शिव भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिये शिवालयों पर पहुंचे हैं।भगवान शिव के सभी प्रसिद्ध शिवालयों जैसे बाबा धाम, वैद्यनाथ धाम,बाबा विश्वनाथ धाम काशी भगवान शिव के जितने भी जितने भी प्रसिद्व व छोटे बड़े शिवालय हैं सभी स्थानों पर शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है।ऐसे में अयोध्या में भी लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंचे शिव भक्तों से पूरी अयोध्या भगवा मय हो गयी है। सुबह भोर से ही शिव भक्त प्रसिद्ध नागेश्वर नाथ मंदिर एवं क्षीरेश्वर नाथ मंदिर पर पवित्र सरयू से जल भर कर शिव लिंग पर जलाभिषेक के लिये पहुंच रहे हैं।श्रावण मास में शिव लिंग पर जलाभिषेक करने के लिये निकलने वाले कांवड़िये भगवा क्यों धारण करते हैं इसके बारे में बताते हुये राम जन्मभूमि स्थित रामलला विराजमान के मुख्य अर्चक आचार्य सतेंद्र दास कहते हैं कि श्रावण मास में भगवा रंग का अपना महतव है क्योंकि भगवा रंग अग्नि का स्वरुप माना गया है इसीलिये भगवान शिव को भी प्रिय है। भगवा धारण करने से सुख शान्ति और समृद्वि प्राप्त होती है।हमारे देश का ध्वज भी भगवा रंग का हुआ करता था पर विदेशियों के आने के बाद इसका स्वरुप बदल गया।हमारे यहाँ सन्यास परंपरा का प्रतीक भी है।सन्यास लेने के साथ ही भगवा धारण करने की परंपरा सदियों पुरिनी है।