अयोध्या राम मंदिर: निर्माण की प्रगति देखकर निहाल हुए संत-धर्माचार्य, बोले- 500 साल के संघर्ष के बाद आया है दिव्य अवसर
निर्माण की प्रगति देखकर निहाल हुए संत-धर्माचार्य, बोले- 500 साल के संघर्ष के बाद आया है दिव्य अवसर
संत-धर्माचार्यों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रगति देखी और बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि 500 साल तक संघर्ष करने के बाद यह दिव्य अवसर आया है। इसके साथ ही राष्ट्र मंदिर के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो रहा है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को रामनगरी के संत धर्माचार्यों को राम मंदिर निर्माण की प्रगति दिखाई। राम मंदिर निर्माण कार्य का साक्षी बनकर संत भी निहाल दिखे। संतों ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से राष्ट्र मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
रविवार की सुबह 10:00 बजे करीब 150 साधु संत रामजन्म भूमि परिसर पहुंचे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय में साधु-संतों को एक-एक करके राम मंदिर निर्माण कार्य की पूरी प्रगति से अवगत कराया
यह पहला अवसर था जब इतनी बड़ी संख्या में साधु संत एक साथ राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचे थे और राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति जान रहे थे। चम्पत राय ने संतो को गर्भ गृह निर्माण, रिटेनिंग वॉल, परकोटा, यात्री सुविधा केंद्र आदि निर्माण कार्यों को दिखाया।
राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहे पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती ने कहा कि लाखों रामभक्तों के बलिदान की परिणति यह राम मंदिर निर्माण है। 500 साल तक चले आंदोलन के बाद यह दिव्य अवसर आया है। वेदांती ने कहा कि मंदिर आंदोलन में वह 25 बार जेल गए हैं उनसे ज्यादा खुशी किसे होगी
जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से राष्ट्र मंदिर का भी मार्ग प्रशस्त हो रहा है। इसी तरह अन्य संत भी राम मंदिर निर्माण का साक्षी बनकर निहाल नजर आ रहे