इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च (आईसीएचआर) के सदस्य व पद्मश्री डॉ. केके मोहम्मद ने कहा कि ज्ञानवापी व मथुरा मुसलमानों को खुद ही हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। हिंदुओं को भी रुकना चाहिए। एक लंबी लिस्ट लेकर नहीं चलना चाहिए। मुसलमानों से जो गलतियां हुई हैं यह उनके लिए एक प्रायश्चित है।
इतिहासकारों के मन में ऋषि दृष्टि होनी चाहिए: डॉ. कृष्ण गोपाल
अयोध्या। साकेत महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित संगोष्ठी में संघ के सह सहकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि भारत की मौलिक दृष्टि है कि जो बीत गया उसे भूल जाओ। हमने सारे इतिहास को एक रस में देखा, क्रमबद्ध देखा। हम 432 करोड़ वर्ष का इतिहास बताते हैं जबकि पश्चिमी सभ्यता 6000 ईशा पूर्व इतिहास में ही सिमट कर रह जाते हैं। हमारी इतिहासकारों को इस पर शोध करना होगा कि इतनी विविधता के बावजूद भी एक मन खड़ा करने में हम कैसे कामयाब हो पाए हैं। दुनिया के पास मूल्य नहीं है वे अपने स्वभाव से संघर्ष कर रहे हैं दुनिया विनाश की ओर बढ़ रही है। दुनिया को मूल्य हम देंगे। मानवता को बचाने का दायित्व हमारे कंधों पर है। इतिहासकारों के मन में ऋषि दृष्टि होनी चाहिए। विविधता में एकत्व का सूत्र खोजना ही ऋषि दृष्टि है। इतिहास के विद्यार्थी शोध करें की विविधता के बाद भी हम एक कैसे रहे।