प्रदेश के तीन जगहों पर आज सवेरे आतंकवाद विरोधी दस्ते और इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई के बाद सनसनी फैल गई। जोधपुर, सांचौर और पीपाड़ में तड़के एक साथ हुई छापेमारी में खुफिया एजेंसियों ने तीन संदिग्ध मौलवियों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई गृह मंत्रालय, नई दिल्ली के निर्देश पर की गई थी। शुरुआती जांच में तीनों के आतंकी संगठनों और विदेशी फंडिंग नेटवर्क से जुड़े होने के इनपुट सामने आए हैं।
तीसरी कार्रवाई पीपाड़ कस्बे में हुई, जहां एटीएस ने मसूद पुत्र अनवर को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि जोधपुर में अयूब की गिरफ्तारी के बाद मसूद अंडरग्राउंड हो गया था लेकिन एटीएस ने तकनीकी निगरानी के जरिए उसे उसके ठिकाने से दबोच लिया। मसूद से भी कई संवेदनशील दस्तावेज और विदेशी संपर्कों से जुड़ी जानकारी मिली है।
तीनों जगहों पर हुई कार्रवाई के बाद जोधपुर पुलिस, एटीएस और आईबी की टीमें संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। इलाके के मदरसों, धार्मिक स्थलों और किराए के मकानों की गहन जांच की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक यह कार्रवाई लंबे समय से चल रही निगरानी और तकनीकी इनपुट्स के आधार पर की गई है।
फिलहाल एटीएस और आईबी अधिकारियों ने कोई भी आधिकारिक बयान जारी करने से इंकार किया है। सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ के बाद किसी बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा होने की संभावना है। जोधपुर के चौखा क्षेत्र से अयूब, सांचौर के मदरसे से मौलवी उस्मान और पीपाड़ से मसूद पुत्र अनवर को हिरासत में लिया गया है। तीनों के पास से आतंकी संगठनों से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं।







