
आगरा में वो शुभ घड़ी आ गई है, जब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम बरात लेकर जानकी को ब्याहने निकलेंगे। उत्तर भारत की प्रसिद्ध श्रीराम बरात बुधवार शाम को रावतपाड़ा स्थित लाला चन्नोमल की बारहदरी से निकलेगी। बरात में 100 झांकियों के अलावा बैंड और अखाड़ा चलेगा। सबसे आगे शहनाई और ढोल होंगे। इनके पीछे चलने वाले दो ऊंट शोभायात्रा के आकर्षण का केंद्र रहेंगे। श्रीराम बरात में ताजनगरी के प्राचीन मंदिर लंगडे़ की चौकी वाले हनुमान जी महाराज की झांकी नजर आएगी।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के स्वागत के लिए जनकपुरी दुल्हन की तरह सज चुकी है। श्रीराम की बरात पहुंचने से पहले जनक महल देखने के लिए लोग पहुंचने लगे हैं। दयालबाग में सजाए गए जनक महल की खूबसूरती का आधार 10 हजार बास बल्लियां बनीं हैं। नेपाल स्थित माता जानकी मंदिर का स्वरूप देख भक्त भी खूब भाव विभोर होते दिखे। रात में दयालबाग क्षेत्र भी पूरी तरह से रोशनी से जगमगा उठता है। बरात में रातभर रथ पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम राम सुबह जनकपुरी पहुंचने पर सफायर टावर में विश्राम करेंगे। इस बात को सुनकर यहां रहने वाले 66 परिवारों में उत्साह है। वह स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। श्रीराम के साथ सीता, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न भी इसी टावर में ठहरेंगे। श्री रामलीला महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि यहां चारों स्वरूप लगभग छह घंटे का विश्राम करेंगे। बारातियों के ठहरने की व्यवस्था भी सफायर टावर में की गई है। फ्लैट नंबर 402 के मालिक चंद्रवीर सिंह फौजदार ने बताया कि उनके फ्लैट में श्रीराम विश्राम करेंगे, इस बात ही उन्हें बेहद खुशी है। सफायर टावर में रहने वाली अर्चना अग्रवाल का कहना है श्रीराम के आने की खबर से फ्लैट में रहने वाली महिलाएं खुश हैं। श्रीराम के स्वागत के लिए महिला मंडल की तैयारियां जोरों पर है। श्रीशक्ति महिला मंडल की संगीता बंसल ने बताया कि भगवान राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के स्वरूप सोसाइटी में विश्राम करेंगे। 22 सितंबर की सुबह इनकी आरती उतारकर स्वागत किया जाएगा।