दिवंगत आईपीएस वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के मामले में आखिर हरियाणा सरकार ने कार्रवाई करते हुए रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया का तबादला कर दिया गया, जबकि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा जा सकता है। उनकी जगह वरिष्ठ आईपीएस आलोक मित्तल को डीजीपी बनाया जा सकता है। सरकार की इस कार्रवाई के बाद वाई पूरण कुमार के परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हो सकते हैं, हालांकि परिवार ने शनिवार देर शाम तक इस पर कोई बयान नहीं दिया।
पांचवें दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका और वरिष्ठ अफसर परिवार से बातचीत करते रहे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरे मामले में पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एडीजीपी के परिवार के साथ अन्याय हुआ है। न्याय देने का काम हमारी सरकार करेगी।

डीजीपी शत्रुजीत कपूर को भेजा जा सकता है छुट्टी पर
पांचवें दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरे मामले में पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एडीजीपी के परिवार के साथ अन्याय हुआ है। न्याय देने का काम हमारी सरकार करेगी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने शनिवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 अक्तूबर को होने वाले हरियाणा दौरे को लेकर होनी थी। सीएम ने कुछ मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बैठक की।
इसके बाद अमनीत पी कुमार से मुलाकात के लिए वरिष्ठ आइएएस अफसर व मंत्री भेजे गए। सूत्रों के मुताबिक उनके पास ही यह संदेश भिजवाया गया कि डीजीपी को छुट्टी पर भेजा जा रहा है। शनिवार दोपहर को ही सरकार ने रोहतक के एसपी पद से नरेंद्र बिजारणिया को हटा दिया। उन्हें अभी कोई पोस्टिंग नहीं दी गई है। रोहतक का एसपी सुरेंद्र भौरिया को नियुक्त किया गया है।

इससे पहले, शनिवार सुबह वाई पूरण की पार्थिव देह को चंडीगढ़ के सेक्टर 16 अस्पताल से पीजीआई के शवगृह में ले जाया गया तो अमनीत व परिजनों ने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि उनकी सहमति के बिना शव को ले जाया गया है। इसके बाद विवाद बढ़ गया। किसी ने अफवाह फैला दी कि पीजीआई में पोस्टमार्टम भी शुरू हो गया है।
इस पर चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा व एसएसपी कंवरदीप कौर मौके पर पहुंचे। उन्होंने साफ किया कि शव का पोस्टमार्टम नहीं हो रहा है। दोनों अधिकारी करीब एक घंटे तक अमनीत पी कुमार के घर पर ही रहे।
कमेटी ने कहा-गिरफ्तारी नहीं होने तक पोस्टमार्टम नहीं होगा
अब 31 सदस्यों की कमेटी ही कार्रवाई की मांग व अहम फैसले लेने को लेकर पुलिस-प्रशासन और सरकार से बातचीत करेगी। इस कमेटी में सभी सदस्य गैर राजनैतिक दल और अनुसूचित जाति के विभिन्न संगठन व वाई पूरण के परिवार से जुड़े लोग हैं। कमेटी की अध्यक्षता रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर जय नारायण कर रहे हैं।
इस कमेटी में तीन सदस्यों को प्रेस प्रवक्ता के तौर पर नियुक्ति किया गया है। कमेटी रविवार को सेक्टर-20 स्थित वाल्मिकी गुरुद्वारा में महापंचायत करेगी। जय नारायण ने स्पष्ट किया कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर व एसपी नरेंद्र बिजारणिया को जब तक बर्खास्त व गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक पोस्टमार्टम नहीं करेंगे।
मौत का समय (टाइम ऑफ डेथ) सड़न
मृत्यु के बाद बीते समय (पोस्टमॉर्टम इंटरवल) का प्रमुख संकेतक होती है। तापमान, नमी और शव का वातावरण (जैसे पानी या मिट्टी) इस प्रक्रिया को तेज या धीमा कर सकते हैं। चार दिन बाद यह अनुमान काफी हद तक असटीक हो जाता है।








