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गूगल ने क्लाउड साइबर सुरक्षा स्टार्टअप Wiz को 32 बिलियन डॉलर में खरीदने की पुष्टि की है। यह एक ऑल-कैश डील होगी और गूगल के इतिहास की सबसे बड़ी अधिग्रहण डील्स में से एक मानी जा रही है। गूगल की पेरेंट कंपनी Alphabet ने इससे पहले 2022 में Mandiant नामक साइबर सुरक्षा कंपनी का अधिग्रहण 5.4 बिलियन डॉलर में किया था। Wiz को भी गूगल के Cloud Services डिवीजन में शामिल किया जाएगा, जो गूगल के मुख्य सर्च बिजनेस की तुलना में कम प्रभावशाली है।
गूगल इससे पहले 2024 में Wiz को खरीदने की कोशिश कर चुका था, लेकिन 23 बिलियन डॉलर की उस डील को कंपनी के को-फाउंडर्स ने ठुकरा दिया था। अब गूगल ने करीब 10 बिलियन डॉलर अधिक देकर यह डील फिर से फाइनल की है। यह अधिग्रहण 2026 तक पूरा होने की संभावना है, जो नियामक अनुमोदन और अन्य औपचारिक प्रक्रियाओं पर निर्भर करेगा।
गूगल को Wiz की जरूरत क्यों है?
गूगल का यह अधिग्रहण ऐसे समय पर हो रहा है जब क्लाउड सर्विस मार्केट में प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। AWS (Amazon Web Services) और Microsoft Azure जैसी कंपनियां जनरेटिव AI को होस्ट करने के लिए क्लाउड सेवाओं की होड़ में लगी हुई हैं। गूगल के पास क्लाउड मार्केट में केवल 15% हिस्सेदारी है, जो AWS और Azure से काफी कम है। ऐसे में, Wiz की एडवांस्ड साइबर सुरक्षा तकनीक के जरिए गूगल अपने क्लाउड बिजनेस को मजबूत करना चाहता है।
Wiz क्या करता है?
Wiz एक क्लाउड सिक्योरिटी स्टार्टअप है, जिसे 2020 में अस्साफ रैपापोर्ट, अम्मी लुट्वाक और रॉय रेजनिक ने इस्रायल के तेल अवीव में शुरू किया था। इससे पहले, इन संस्थापकों ने अपनी पहली साइबर सुरक्षा कंपनी Adallom को 2015 में Microsoft को 320 मिलियन डॉलर में बेच दिया था। कंपनी ने केवल 18 महीनों में 100 मिलियन डॉलर की वार्षिक आय अर्जित की। 2024 में 12 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 1 बिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की। इसके मुख्य निवेशकों में Andreessen Horowitz, Lightspeed Venture Partners और Thrive Capital शामिल हैं।
Wiz की सेवाएं
- क्लाउड सिक्योरिटी समाधान जो साइबर हमलों को रोकने, पहचानने और जवाब देने की क्षमता रखते हैं।
- मल्टी-क्लाउड सपोर्ट, यानी इसकी सेवाएं AWS, Google Cloud, Azure और Oracle पर भी उपलब्ध हैं।
- बढ़ती जनरेटिव AI तकनीक के कारण साइबर हमलों की जटिलता बढ़ रही है, जिसे Wiz प्रभावी रूप से संभाल सकता है।
- Wiz के ग्राहकों में AWS, Google, Microsoft Azure और Oracle जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। भारत में भी इसकी उपस्थिति है, जहां इसके 2,500 कर्मचारियों में से 116 भारतीय कर्मचारी कार्यरत हैं।
गूगल के लिए यह सौदा क्यों महत्वपूर्ण है?
गूगल ने स्पष्ट किया है कि Wiz का मल्टी-क्लाउड मॉडल अधिग्रहण के बाद भी जारी रहेगा। इसका मतलब है कि गूगल Wiz की सेवाओं को केवल अपने Google Cloud तक सीमित नहीं करेगा, बल्कि AWS, Azure और Oracle जैसे क्लाउड प्लेटफॉर्म्स पर भी काम करने देगा। इस डील के बाद गूगल खुद को एक प्रमुख मल्टी-क्लाउड सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित कर सकता है। Wiz के अधिग्रहण से गूगल को तेजी से बढ़ते साइबर सुरक्षा बाजार में मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।