राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के कीरतपुरा गांव (सरूण्ड थाना क्षेत्र) में एक तीन साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई। बोरवेल घर में खोदा गया था। जब बच्ची के रोने के आवाज घर वालों को सुनाई दी, तब उनको घटना के बारे में पता चला। इसके बाद घरवालों ने पुलिस को सूचना दी। SDRF की रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है।
पुलिस ने जारी करी एडवाइजरी
कोटपूतली की घटना से पहले दौसा में बच्चे के बोरवेल में गिरने की घटना सामने आ चुकी है। राजस्थान में एक महिने में बच्चों के बोरवेल में गिरने की ये दूसरी घटना है। अब इस पर राजस्थान पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि खुले पड़े सूखे बोरवेल, सूखे कुंए खतरे का सबब बने हुए हैं। इन गड्ढों में गिरकर बच्चे ही नहीं बड़े भी गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। कहीं भी खुला बोरवेल या सूखा कुंआ दिखाई दे तो एसडीआरएफ हेल्पलाइन 0141-2759903 या 8764873114 पर सूचित करें।
पुलिस की सूचना के बाद मौके पर डीवाईएसपी राजेंद्र बुरड़क और सरूण्ड थाना प्रभारी मोहम्मद इमरान पहुंचे हैं। बचाव कार्य के लिए पुलिस बल, एंबुलेंस और जेसीबी मशीन तैनात कर दी गई हैं। बचाव का काम शुरु हो गया है। बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए सभी संभव संसाधन जुटाए जा रहे हैं। इस घटना से इलाके के लोगों का जमा होना शुरु हो गया है। सभी बच्ची की जिंदगी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
बच्ची को ऑक्सीजन पहुंचाना शुरू किया
मिली जानकारी के अनुसार बच्ची को ऑक्सीजन पहुंचाने का काम शुरु हो गया है। इसके साथ ही कैमरे के जरिए उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। बोरवेल से बच्ची चेतना के रोने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। घटना के समय चेतना अपनी एक सहेली के साथ खेल रही थी, जब उसका पैर फिसला और वो बोरवेल में गिर गई। वह 150 फीट की गहराई पर अटकी हुई है।
घर में ही है बोरवेल
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व घर के अंदर ही बोरवेल खुदवाया गया था। पर वहां पानी नहीं निकला, इसकी वजह से बोरवेल बंद कर दिया गया था। बोरवेल से दो दिन पहले प्लास्टिक का पाइप निकाला गया था। पाइप निकालने के बाद बोरवेल को खुला छोड़ दिया गया था। बोरवेल के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। तब घर वालों को बच्ची के बोरवेल में होने का पता चला।
150 फीट गहरा बोरवेल
राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के कीरतपुरा गांव (सरूण्ड थाना क्षेत्र) में एक तीन साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, और SDRF की रेस्क्यू टीम तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। बोरवेल खाली पड़ा था और इसकी गहराई लगभग 150 फीट है। कोटपूतली एसडीएम बृजेश चौधरी ने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को सूचित कर दिया गया है।