जयपुर के अग्निकांड में 11 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 35 लोग घायल बताए जा रहे हैं जबकि 14 लापता हैं। मरने वालों और घायलों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि चेहरे बहुत बुरी तरह झुलस गए हैं।
उदयपुर की है बस
हादसे की चपेट में आई बस उदयपुर के लेकसिटी ट्रैवेल्स की है। बस संचालक के अनुसार बस की बुकिंग के समय लिखे सवारियों के नंबर पर कॉल किए गए। इनमें से 22 सवारियों से संपर्क हो गया है। वे सकुशल हैं। 10 सवारियों के मोबाइल नहीं लग रहे हैं। 32 सवारियों की सूची पुलिस को भेजी गई है।
एक घंटे बाद पहुंची दमकल की गाड़ियां
अमर उजाला की टीम ने मौके पर चश्मदीदों से बातचीत की तो पता चला कि दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए एक घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची थी। तब तक चारों तरफ आग पूरी तरह से फैल चुकी थी। जहां ये घटना हुई है, वहां पर चार पेट्रोल पंप है। यहां खड़ी गाड़ियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
कोहरे की तरह दिख रही थी गैस
अमर उजाला ने आटो चलाने वाले शत्रुघन शाह से बातचीत की। उसका कहना है कि जहां हादसा हुआ, वहां रेडलाइट के पास गैस ही गैस थी। गैस कोहरे की तरह दिख रही थी। वहां उसका आटो खड़ा हुआ था। वो बचने के लिए भागा तब भी उसका चेहरा जल गया। जिस तरफ गैस थी, वहां से कुछ देर बाद बम के फटने जैसी आवाजें आईं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
जयपुर अग्निकांड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। इस हादसे में मरने वालों के परिवार वालों को दो लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के परिवार वालों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं सीएम भजनलाल ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस तरह से इस अग्निकांड में मृतकों के परिवार वालों को कुल सात-सात लाख रुपए मिलेंगे। वहीं घायलों को एक लाख पचास हजार रुपए मिलेंगे
हादसे के चश्मदीद संदीप सिंह राठौड़ ने बताया कि जहां हादसा हुआ है, वहां सड़क पर गलत कट दिया गया है। इसी कट की वजह से हादसा हुआ है। यहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। कुछ दिन पहले भी एक दुर्घटना इसी जगह पर हुई थी। उसमें भी गैस टैंकर था। अगर उस घटना से सीख ले ली गई होती तो फिर आज का हादसा ना होता। अग्निकांड में एक बस पूरी तरह से जल गई है।
42 घायल अस्पताल में भर्ती-कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर बीजू जोसेफ से अमर उजाला ने बातचीत की। इसमें उन्होंने बताया कि रास्ते को साफ करने का काम चल रहा है। कुछ ही घंटों में सब कुछ क्लीयर हो जाएगा। करीब 42 लोगों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।