अयोध्या:- राममंदिर आंदोलन के महानायक रहे महानायक महंत रामचंद्र दास परमहंस की 20 वीं पुण्यतिथि,सीएम योगी ने समाधि पर पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि दी।।
राम मंदिर आंदोलन के महानायक महंत रामचंद्र दास परमहंस की 20 वीं पुण्यतिथि के मौक़े पर आज सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुँचे। अयोध्या के राम कथा पार्क में बने हेलीपैड पर सीएम योगी का हेलीकॉप्टर उतरा।उसके बाद राम कथा पार्क से निकलकर राममंदिर आंदोलन के नायक रहे रामचंद्र दास परमहंस की समाधि पर पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।फिर वहाँ से रामजन्मभूमि के परिसर के लिए उनका काफिला रवाना हो गया।राम जन्मभूमि पहुंचकर भगवान रामलला की आरती उतारी और मंदिर निर्माण की प्रगति को भी देखा।इस दौरान उनके साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे।फिर उसके सीएम योगी राम कथा पार्क स्थित सरयू अतिथि गृह पहुँचे।अयोध्या मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।जिसमे अयोध्या के सांसद, मेयर बैठक में मौजूद रहे।लगभग 45 मिनट समीक्षा बैठक चली। वही सीएम योगी की समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल और डीएम नीतीश कुमार के मुताबिक दीपोत्सव से पहले राम नगरी की बेहतर साफ-सफाई का निर्देश दिया। समय के अंदर विकास कार्य पूरा हो।अधिकारियों को निर्देशित किया। समीक्षा बैठक के बाद अयोध्या से सीएम रवाना हुए। और रामनगरी में श्रद्धालु जो आ रहे हैं उनके चलने में कोई असुविधा न हो। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया है।बता दे कि सीएम योगी का दिगंबर अखाड़ा से गहरा जुड़ाव है।गोरक्षपीठ की तीन पीढि़यों का यहां से जुड़ाव रहा है। सीएम के गुरु अवैद्यनाथ व परमहंस की काफी घनिष्ठता थी। सीएम भी अपनी पीढ़ी की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। दिगंबर अखाड़ा राममंदिर आंदोलन का प्रधान केंद्र भी रहा है।राममंदिर आंदोलन की पहली बैठक इसी अखाड़े में हुई थी। उसमें राममंदिर निर्माण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष महंत अवैद्यनाथ बनाए गए थे जो सीएम योगी के गुरु रहे। 1989 में महंत रामचंद्र दास परमहंस को रामजन्म भूमि न्यास का पहला अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद ही मंदिर आंदोलन को नई दिशा मिली।