Ayodhya- लड़ते-लड़ते सड़क पर पहुची समाजवादी पार्टी,युवा कार्यकर्ता पूर्व एमएलसी के खिलाफ सड़क पर उतरे
निकाय और लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी समाजवादी पार्टी के अंदर की रार शनिवार को सड़क पर आ गई। पूर्व एमएलसी के खिलाफ युवा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और उन्होंने पार्टी नेताओं से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने किसी तरह उनको समझा बुझाकर शांत कराया।पार्टी के भीतर यह विवाद तीन दिन पहले सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के अयोध्या दौरे के दौरान उपजा। जब वे पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय के घर पहुंचे तो वहां कार्यकर्ताओं में धक्का मुक्की के दौरान पूर्व एमएलसी लीलावती कुशवाहा को चोट लग गई। वे अस्पताल में भर्ती हुईं और उन्होंने इस घटना को अपनी हत्या की साजिश करार दे दिया। इससे पहले उनके चोटिल होते ही उनकी बेटी ने सपा के एक सेक्टर प्रभारी रोहित यादव को इस घटना का जिम्मेदार मानते हुए थप्पड़ मार दिया।
दो दिनों तक यह विवाद अंदरखाने ही चलता रहा और शनिवार को पार्टी के आक्रोशित युवा सड़क पर आ गए। इस घटना में पीड़ित रोहित यादव के साथ युवजन सभा, छात्र सभा आदि के अनेक पूर्व पदाधिकारी और कार्यकर्ता पूर्व एमएलसी के खिलाफ तख्ती लेकर सड़क पर आ गए। इन लोगों ने कहा कि जो कार्यकर्ता नेता बनाकर उन्हें एमएलसी बनाता है यदि उनको उसी कार्यकर्ता से खतरा है तो पार्टी से इस्तीफा दे दें। अगर वे ऐसा नहीं करतीं तो वे सब सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
प्रदर्शनकारी गुलाबबाड़ी से चलकर सपा कार्यालय पहुंचे। पीड़ित कार्यकर्ता रोहित यादव भल्लू ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक पत्र भी भेजा है जिस पर दर्जनों युवा नेताओं के हस्ताक्षर हैं। प्रदर्शन करने वालों में शनि यादव, इंद्रसेन पहलवान, तौसीफ खान समेत बड़ी संख्या में फ्रंटल संगठनों के युवा शामिल थे।
पत्र में लिखा है दर्द
पत्र में रोहित यादव ने लिखा है कि बिना किसी गलती के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और मीडिया के सामने पूर्व एमएलसी की बेटी और उनकी एक साथी ने मुझे थप्पड़ मारे। यह वीडियो वायरल हो गया। इससे समाज में उनकी इज्जत और राजनीति दोनों नीलाम हो गईं। उन्होंने खुद को छोटा कार्यकर्ता बताते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष से न्याय मांगा है। यह पत्र प्रदेशाध्यक्ष से लेकर महानगर अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पवन पांडेय को भेजा गया है।