छप्पन भोग से बयां हुई भगवान राम के लौटने की खुशी

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नया घाट अयोध्या।

दार्शनिक अवधारणा के अनुसार भगवान राम तो जगत के पालनहार हैं उन्हें कोई क्या खिलाएगा , पर भक्तों का भाव इस अवधारणा से काफी ऊपर है। भगवान राम जब 14 वर्ष के वनवास और युद्ध के दौरान थे तब वह राज्य के वैभव से वंचित रहे और इसी की भरपाई के लिए वनवास से लौटने के बाद भगवान राम को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाने की परंपरा विकसित हुई। यह परंपरा अन्नकूट महोत्सव के रूप में मनाई जाती है , और अपने स्थापना वर्ष से लेकर इस वर्ष भी *ठाकुर रामजानकीश्री सीताराम निवास स्थान (बहराइच मंदिर )* में अन्नकूट महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। *ठाकुर राम जानकी श्रीसीताराम निवास स्थान (बहराइच मंदिर) में महंत श्री शिवमोहन मिश्र के संयोजन में भक्तों ने अन्नकूट महोत्सव में लगने वाले छप्पन भोग प्रसाद* का रसास्वादन
किया ।
इस पुनीत अवसर पर *महंत रामबालक दास, संतमूर्ति वरूणदास जी महराज , श्री परमहंस समाधि सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण मिश्र , भाजपा बूथ अध्यक्ष मंगल गुप्ता , वरिष्ठ अधिवक्ता दयानिधि पाण्डेय , , बृजेश दूबे , केदारनाथ मोदनवाल, बाबा रवि दास , पुष्कर जी , अजय विक्रम सिंह, सतीश सिंह, हरिओम सिंह , अवधबिहारी पांडेय, विकास मिश्र , विशाल मिश्र (इलाहाबाद हाईकोर्ट) , रवीन्द्र प्रजापति , विक्रम वर्मा* इत्यादि लोग उपस्थित रहे और भक्तों ने प्रसाद का रसस्वादन प्राप्त किया।


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