शाहजहांपुर में सोमवार दोपहर 3 बच्चे नहाने के दौरान गर्रा नदी में डूब गए थे। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने रात तक उनकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। मंगलवार सुबह एसडीआरएफ ने नदी में दोबारा बच्चों की तलाश शुरू की। दोपहर करीब 12:15 बजे एक बच्चे का शव मिल गया। दो अन्य बच्चों की तलाश जारी है।
सदर बाजार क्षेत्र के मोहल्ला मामूड़ी निवासी शाहरुख (12), शुएब (14) और अखलाक (11) सोमवार दोपहर करीब दो बजे गर्रा नदी के किनारे बकरियां चराने गए थे। उनके साथ शाहरुख का भाई जीशान भी था। इस दौरान तीनों ककरा काकर कुंड में नहाने उतरे और डूबने लगे। उनकी चीख सुनकर आसपास मौजूद लोग दौड़ पड़े, लेकिन तब तक तीनों ओझल हो गए। जीशान ने घर जाकर परिजनों को सूचना दी।
तीन बालकों के डूबने की खबर से मोहल्ले में मातम छा गया। बताया जाता है कि तीनों ने थर्माकोल की एक नाव बनाई थी, जिसे गर्रा नदी में तैरा रहे थे। इसी दौरान तीनों डूब गए। मोहल्ले के मदरसे में पढ़ने वाले तीनों बालक दोस्त भी थे। पढ़ाई करने के साथ ही बकरियां चराने भी साथ जाते थे।
तीनों बच्चों ने ईद की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं। वे कपड़े भी खरीदकर ले आए थे, लेकिन शाम को जब तीनों के नदी में डूबने की खबर आई तो परिवार के लोग दहाड़े मारकर रो पड़े। अखलाक की मां बोली- बेटे ने रोजा रखा था, ये क्या हो गया। मंगलवार दोपहर शाहरूख का शव बरामद कर लिया गया, लेकिन बाकी दो बच्चों का अब तक पता नहीं चला।
बेटे का शव देख बिलख पड़ी मां
ईंट-भट्ठे पर काम करने वाले मुसाफिर का बेटा शाहरुख और जीशान दोनों साथ में बकरियां लेकर निकले थे। जीशान ने घर पहुंचकर बताया था कि अम्मी भैया नदी में डूब गया है। शाहरुख पांच भाइयों में चौथे नंबर का है। उसकी एक बहन भी है। शाहरुख का शव देख मां नन्हीं बिलख पड़ी।
मोबाइल में फोटो देख रो पड़ी बहन
शोएब दो भाइयों में छोटा होने के चलते अपने परिवार में सभी का लाडला था। उसका कोई सुराग नहीं लगने पर बहन साहिबा और सुमैरा अपने भाई का फोटो मोबाइल पर देखकर बिलख पड़ी। मां आफरीन व पिता शौकत भी दहाड़े मारकर रो पड़े।