कानपुर के सचेंडी में भारत गैस एजेंसी के सामने मंगलवार रात विपरीत दिशा से आ रहे टैंपो की डबल डेकर बस से भिड़ंत हो गई। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई और करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। टेंपो के परखच्चे उड़ गए। बस सड़क किनारे करीब बीस फीट नीचे जाकर गिर गई। पुलिस ने राहगीरों की मदद से राहत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को हैलट पहुंचाया। हादसे के बाद हर तरफ चीख पुकार मच गई। देर रात शवों की शिनाख्त कराने में पुलिस जुटी रही। कल्पना ट्रैवल्स की डबल डेकर बस मंगलवार रात करीब आठ बजे फजलगंज से अहमदाबाद के लिये रवाना हुई। करीब साढ़े आठ बजे जब बस सचेंडी में भारत गैस एजेंसी के सामने पहुंची तो सामने से अचानक सवारियों से भरी एक टेंपो आ गई। बस और टेंपो आमने सामने टकरा गए। बस सड़क किनारे जा खाई में जा गिरी।
पुलिस के मुताबिक टेंपो में 21 लोग सवार थे। करीब सौ यात्री बस में थे। हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने राहत बचाव कार्य शुरू की। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद शवों को पोस्टमार्टम भिजवाया। घायलों को हैलट में भर्ती कराया। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, आईजी मोहित अग्रवाल, एडिशन सीपी आकाश कुलहरि समेत अन्य पुलिस व प्रशासनिक अफसर हैलट पहुंचे और घायलों का हाल चाल लिया।
सचेंडी के सीढ़ी इटारा में अंबाजी पारले बिस्कुट फैक्टरी में काम करने वाले 16 मजदूरों की नाईट शिफ्ट में डयूटी थी। ये सभी टेंपो से फैक्टरी जा रहे थे। हादसे में सभी टेंपो सवार मजदूरों की मौत हो गई। अन्य पांच बस सवार यात्रियों की मौत हुई है। पुलिस के मुताबिक घायलों का इलाज जारी है। कईयों की हालत गंभीर बनी है। ऐसे में मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हाईवे के कारण बस काफी स्पीड में थी। चालक को जरा भी इल्म नहीं था कि हाईवे पर कोई उल्टी दिशा से आ जाएगा। यही वजह रही कि जब टेंपो सामने आया तो बचने का कोई मौका नहीं मिला। दोनों वाहन आमने-सामने से टकरा गए।
हादसे में 17 लोगों की मौत हुई है। घायलों को हर संभव बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।