बुरहानपुर जिले के अंतर्गत आने वाली विधानसभा क्षेत्र नेपानगर की विधायक सुमित्रा कास्डेकर के पति राजेश काशडेकर के ऊपर ग्रामीणों ने लगाया पैसों की लालच देकर गरीब किसान की जमीन अपने नाम करवाने का आरोप
विओ। राजू पिता भाऊ लाल द्वारा बताया गया कि हमारी 5 एकड़ जमीन जोकि विधायक द्वारा 16 लाख रुपए की लागत से खरीदी गई थी जिसमें कहा गया था कि ₹2 लाख का चेक एवं रजिस्ट्री के समय 14 लाख रुपए नगद दिए जाएंगे लेकिन अभी तक ना ₹2 लाख रुपए का चेक दिया और ना ही ₹14 लाख रूपए रजिस्ट्री के समय दिए गए रजिस्ट्री होने को लगभग 3 महीने हो गए हैं और अब विधायक पति द्वारा पैसे देने से इंकार कर दिया गया है सूचना के अनुसार मनोज लोहार ने किसान को यह जमीन की कीमत 16लाख रुपए बताकर 35 लाख रुपए में विधायक पति को दी गई थी बिकी हुई जमीन की कीमत ना मिलने पर मजबूरन हमें जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं आदिम जाति कल्याण विभाग में शिकायत करनी पड़ी किंतु शायद विधायक होने के कारण अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई रुपए ना मिलने के कारण किसान अपनी जमीन शासन की मदद से अब वापस लेना चाहते हैं किसान का कहना है कि अगर विधायक अपनी इमानदारी से हमें हमारी जमीन की कीमत दे देते यह जमीन उनकी हो जाती लेकिन हमारे साथ धोखा करने के कारण अब यह जमीन हम नहीं बेचना चाहते अब देखना यह है कि क्या शासन-प्रशासन विधायक पर एवं उसके पति पर कोई कार्यवाही करेगी या किसान ऐसे ही नेताओं की ठगी से थकते रहेंगे
आदिवासी ही आदिवासीयो को लूट रहे है,जबकी एक शिक्षित और पावरफूल विधायक ही अपने समाज को खोखला करने मे लगे है ऐसी स्थिति मे आम जनमानस क्या उम्मीद करेगा
जबकी इनका काम अपने समाज को अशिक्षा और अज्ञानता से बहार निकालना होना चाहिये लेकिन यहां तो कुछ और नजारा है