कोरोना के दौर में देश के कई और हिस्सों की तरह बरेली की सीमाओं में बह रही नदियों में भी लाशों के बहते दिखाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को फतेहगंज पूर्वी के गांव कादरगंज के पास रामगंगा में कई शव बहते दिखाई दिए तो खलबली मच गई। गांव के लोगों के सूचना देने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। इस कारण कुछ शव नदी में बहते हुए आगे निकल गए जबकि दो शव यहीं किनारे पर फंस गए हैं।
गांव कादरगंज के लोगों के मुताबिक रामगंगा नदी में बहते शव कई दिनों से दिखाई दे रहे हैं। अब तक यह संख्या एक-दो तक सीमित थी लेकिन बुधवार को नदी के किनारे मवेशियों को चरा रहे चरवाहों ने कई शवों को नदी में बहता देखा तो उनमें खलबली मच गई। चरवाहों के मुताबिक एक शव किनारे पर झाड़ियों में फंस गया और दूसरा बहाव कम होने की वजह से नदी के बीच में ही ठहर गया। कई शव बहते हुए आगे निकल गए। यह खबर गांव में फैलने के बाद नदी के किनारे पर भीड़ इकट्ठी हो गई
ग्राम प्रधान राकेश के मुताबिक गांव वालों की सूचना पर जब वह नदी किनारे पहुंचे तो दोनों शव तब भी वहां अटके हुए थे। दोनों शवों को अर्थी समेत नदी में कहीं डाला गया है। आशंका यह भी है कि शवों को कोई वजनदार चीज बांधकर नदी में डाला गया है, इसी वजह से कुछ शव नदी में ठहर गए हैं। फतेहगंज पूर्वी के थाना प्रभारी ने ऐसे किसी मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया।