
उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया गया है। अब यह कर्फ्यू 31 मई सुबह सात बजे तक जारी रहेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना कर्फ्यू का मकसद तभी कामयाब होगा जब प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से कराया जाएगा। सरकार प्रदेशवासियों के जीवन और जीविका को सुरक्षित रखने के लिए संकल्पित है। इसी भावना के साथ हमने कोविड की इस द्वितीय लहर में आंशिक कोरोना कर्फ्यू की नीति अपनाई है।
कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों के जीवन और जीविका को सुरक्षित रखने के लिए संकल्पित है। इसी भावना के साथ हमने कोविड की इस द्वितीय लहर में आंशिक कोरोना कर्फ्यू की नीति अपनाई है। प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। संक्रमण की चेन तोड़ने में इससे आशातीत सहायता मिल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की ओर से भी भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। एक्टिव केस लगातार कम हो रहे हैं। ऐसे में 31 मई की सुबह सात बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू को विस्तार दिए जाने का निर्णय लिया जा रहा है। वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल संबंधी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाएं यथावत जारी रहेंगी।
कोविड-19 की रोकथाम के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के साथ सभी जिलों में जारी कोशिशों के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। एक समय जिस उत्तर प्रदेश के लिए विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि यहां मई के पहले सप्ताह ने एक लाख पॉजिटिव केस हर दिन आएंगे, वहां आज कुल 94,482 एक्टिव केस ही हैं। 30 अप्रैल के 3 लाख 20 हजार एजटिव केस के पीक की स्थिति को देखें तो मात्र 21 दिनों में एक्टिव केस में 69.6 फीसदी की कमी आई है, जबकि वर्तमान में रिकवरी दर 93.2 फीसदी हो गई है। इस प्रभावी नियंत्रण में जिला प्रशासन के अधिकारियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, निगरानी समितियों, आरआरटी और स्वच्छताकर्मियों की सर्वाधिक भूमिका है। उनका योगदान सराहनीय है।