
वीकेंड पर योगनगरी ऋषिकेश और मसूरी में पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ के आगे पुलिस महकमे की तमाम व्यवस्थाएं धराशायी हो गईं। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से आठ हजार से अधिक वाहन योगनगरी पहुंचे। वहीं सोमवार को देहरादून में भी सड़क पर वाहनों की भीड़ दिखाई दी। घंटाघर क्षेत्र ट्रैफिक से पैक हो गया। बदरीनाथ और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चेक पोस्ट पर बिना पंजीकरण और आरटीपीसीआर रिपोर्ट के जिले की सीमा को पार करने का प्रयास कर रहे कई पर्यटकों को पुलिस ने लौटाया। इस दौरान चेक पोस्ट पर कई पर्यटक पुलिसकर्मियों से उलझते हुए भी नजर आए। कोविड कर्फ्यू के दौरान रविवार को पहली बार ऋषिकेश और मसूरी में सन्नाटा टूटा। पर्यटकों के वाहनों की भारी भीड़ को देख कोविड चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए। सुबह से ही पर्यटकों के ऋषिकेश पहुंचने का सिलसिला शरू हो गया था। सुबह 11:30 बजे लक्ष्मणझूला रोड स्थित कैलाश गेट चौकी चेक पोस्ट पर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी।
पर्यटकों को पुलिस ने पंजीकरण और आरटीपीसीआर रिपोर्ट न होने पर लौटा दिया। इस दौरान जब कुछ पुलिसकर्मी पर्यटकों के पंजीकरण और आरटी पीसीआर रिपोर्ट जांचने में मशगूल थे तो कुछ वाहन चालक पुलिस को चकमा देने में भी कामयाब रहे। दोपहर 12 बजे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग की तपोवन पुलिस चौकी चेक पोस्ट के पास हाल और बुरा था। यहां वाहनों की एक किलोमीटर लंबी कतार लगी थी।
पुलिसकर्मी पंजीकरण और आरटीपीसीआर रिपोर्ट न दिखाने पर पर्यटकों को लौटा रहे थे, लेकिन कई पर्यटक ऐसे भी थे जो किसी भी कीमत आगे जाने की जिद पर अड़ गए। इस पर कई पर्यटकों के साथ पुलिस की तीखी नोकझोंक भी हुई। इस दौरान काफी पर्यटक चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों को झांसा देकर भी निकल गए। पुलिस कर्मियों का कहना था कोविड कर्फ्यू के दौरान पर्यटकों इतनी जबरदस्त भीड़ उमड़ने की उम्मीद उन्हें भी नहीं थी।
सुबह सात बजे से ही पर्यटकों के वाहनों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। जब वाहनों की भीड़ उमड़ने लगी तो सुबह सात बजे से चौकी के सभी पुलिसकर्मी चेक पोस्ट पर मुस्तैदी के साथ पर्यटकों के पंजीकरण और आरटीपीसीआर जांचने में जुट गए थे। तपोवन चौकी प्रभारी अनिल भट्ट, कैलाश गेट चौकी प्रभारी भट्ट अमित कुमार, भद्रकाली चौकी प्रभारी विकास शुक्ला स्वयं चेक पोस्ट पर मोर्चा संभाले हुए थे। पसीने से तरबतर पुलिसकर्मी शाम तक भूखे-प्यासे ड्यूटी देते रहे।