संसद के शीतकालीन सत्र में अब केवल चार दिनों की कार्यवाही बाकी है। सरकार आज, मनरेगा का नाम बदलने लिए विकसित भारत जी राम जी बिल पेश करेगी। लोकसभा में 11 बजे से प्रश्नकाल की शुरू हुआ। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा विधि संशोधन विधेयक) पेश किया। विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया। राज्यसभा में प्रश्नकाल चल रहा है। इसके अलावा भी कई अहम विधायी कार्य सूचीबद्ध हैं।
कृषि मंत्री ने लोकसभा में विकसित भारत जी राम जी विधेयक पेश किया
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में विकसित भारत जी राम जी विधेयक पेश किया। कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी ने इसका पुरजोर विरोध किया।
संसद में प्रश्नकाल के बाद वित्त मंत्री सीतारमण ने बीमा से जुड़ा विधेयक पेश किया
संसद में प्रश्नकाल खत्म होने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीमा क्षेत्र से जुड़ा अहम विधेयक पेश किया। विपक्षी दलों की तरफ से सांविधानिक प्रावधानों का हवाला देते हुए इसका विरोध किया गया।
संसद में प्रश्नकाल के दौरान कई अन्य अहम सवाल भी पूछे गए
संसद में प्रश्नकाल के दौरान कई अन्य अहम सवाल भी पूछे गए। साथ ही विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान विधेयक, 2025 को संसद की संयुक्त समिति के पास भेजा गया। लोकसभा का प्रश्नकाल खत्म होने के बाद राज्यसभा में 12 बजे से प्रश्नकाल की शुरुआत हुई।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान वाणिज्य मंत्रालय से सवाल
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान आज सबसे पहले वाणिज्य मंत्रालय से सवाल किए गए। महाराष्ट्र के नासिक में संभार तंत्र यानी लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से जुड़े सवाल किए गए। पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से निर्वाचित तृणमूल कांग्रेस सांसद अरूप चक्रवर्ती के सवाल पर केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर ने जवाब दिया। सरकार के मुताबिक बंगाल में किसान सम्मान निधि की पहले सात किश्तें भेजे जाने तक योजना लागू ही नहीं की गई। रामनाथ ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के फायदे के लिए योजनाएं बना रही हैं। ऐसे में राज्य सरकार योजना क्यों लागू नहीं कर रही है, इसका जवाब राज्य को ही देना है।
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति सीपी राधाकृष्णन ने विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना के शौर्य को सलाम किया। इसके बाद सदन में अहम विधायी प्रपत्र पेश किए गए।








