हमारे कई पड़ोसी हैं और कुछ दूसरे से बेहतर हैं। हाइफनेशन (अपने संबंधों को एक गुट या प्रतिद्वंद्वी के साथ जोड़े रखना) उस पड़ोसी के साथ किया जाता है जो हमारे लिए इतना अच्छा नहीं है। जब हम डी-हाइफनेशन कहते हैं, तो इसका मतलब है कि हमारा उद्देश्य यह है कि तीसरे देश हमारे बारे में जो भी फैसले लें, उनमें गणना का एक प्रमुख कारक यह हो कि हम उन्हें ध्यान में रखें। आप हमेशा इसे संतुलित करने के प्रयास से देखेंगे या अगर कोई स्थिति है कि जिसका लाभ अपने लिए उपयोग किया जाए। हमारे दृष्टिकोण से डी-हाइफनेशन का सबसे अच्छा तरीका शक्ति और क्षमता के मामले में दूसरे पक्ष से आगे निकलना है। यह बातें जेएनयू में अरावली शिखर सम्मेलन 2025 में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहीं।
टैरिफ अस्थिरता के कारण व्यापार गणनाएं उलट जा रही हैं। वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में व्यापक परिवर्तन आया है, जिसमें अमेरिका जीवाश्म ईंधन का प्रमुख निर्यातक तथा चीन नवीकरणीय ऊर्जा का प्रमुख निर्यातक बन गया है। डेटा के उपयोग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के विकास पर प्रतिस्पर्धी मॉडल हैं, जो एक-दूसरे से टकराते रहते हैं।









