उत्तराखंड: सत्र के दौरान मंत्रियों-विधायकों को नहीं मिलेंगे संपर्क अधिकारी,प्रवेशपत्र के बिना वाहनों को नहीं मिलेंगी एंट्री ।
गैरसैंण में विधानसभा के ग्रीष्मकालीन सत्र के दौरान मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों को संपर्क अधिकारी नहीं मिलेंगे। वहीं, विधानसभा में प्रवेश के लिए मंत्री के दो और विधायक के एक आगंतुक ही मान्य होंगे। बजट सत्र के दौरान विधानसभा के कर्मचारियों को भी बिना प्रवेशपत्र वाहन भीतर ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मंगलवार को 13 मार्च से शुरू होने जा रहे पांचवीं विधानसभा के बजट सत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने विधानसभा भवन में शासन, पुलिस प्रशासन और विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने विधानसभा सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाकचौबंद रखने के निर्देश दिए। बैठक में तय किया गया कि विस सत्र के दौरान विस के कर्मचारी भी बिना वाहन प्रवेशपत्र के विधानसभा परिसर में वाहन नहीं ले जा सकेंगे। विधायकों की सिफारिश पर एक और मंत्रियों की सिफारिश पर दो आगंतुकों को प्रवेशपत्र जारी किए जाएंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी अधिकारी, मंत्री और विधायकों को संपर्क अधिकारी (एलओ) नहीं दिए जाएंगे। उन्होंने स्कूल और कॉलेज के छात्रों को सदन की कार्रवाई देखने के लिए आमंत्रित करने को कहा। सत्र की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग व वेब कास्टिंग सूचना एवं लोक संपर्क विभाग व आईटीडीए की ओर से की जाएगी। सत्र के दौरान अग्निशमन दल के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सा विभाग आवश्यक चिकित्सा दल, दवाओं, एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। निर्बाध विद्युत आपूर्ति, स्वच्छ पेयजल और सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, महानिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क बंशीधर तिवारी, मंडलायुक्त गढ़वाल सुशील कुमार, एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन, एडीजी इंटेलिजेंस एपी अंशुमन, आईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, एसपी चमोली पीएस डोभाल, अपर सचिव आईटी विजय कुमार सहित शासन-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।