अयोध्या राम पथ रोड चौड़ीकरण को लेकर अयोध्या राम पथ जनपद वासी व्यापारी आम जनमानस राम जानकी मंदिर साहबगंज पर अपनी मांगों को लेकर मौन अनशन 3 घंटे के लिए किया रामपथ के समस्त वासियों का यह कहना है हम भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार के विकास व सौंदर्यीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं सरकार की सभी योजनाएं बहुत अच्छी हैं सरकार हम सभी के हित के लिए कार्य कर रही है परंतु रामपथ चौड़ीकरण को लेकर सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण जिसमें पट्टाशुदा पर्चा सुदा फ्री होल्ड की नीतियों को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है जिसमें सरकार की तरफ से यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि इस योजना के अंतर्गत किस प्रकार का अधिग्रहण किया जाएगा? जिसकी भूमि अधिग्रहण करेंगे मुआवजे की प्रक्रिया क्या होगी ?
जैसा कि सरकार कह रही है आप सभी जिस जमीन पर रह रहे हैं वह जमीन सरकार की है आप सभी को दुकान व भवन का मुआवजा दिया जाएगा वह भी मलबे बता कर मूल्य का बहुत कम जिसमे हम नींव भी nhi भरा सकते, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी तक सरकार ने इस बात का स्पष्टीकरण नहीं किया राम पथ पर क्या-क्या योजनाएं उनकी रहेंगी ? जनता अपना अमूल्य वोट देकर सरकार बनाती है परंतु सरकार बनने के बाद आज जब जनता परेशान है सरकार का कोई प्रतिनिधि जनता का सहयोग व उनकी समस्याओं को सुनने के लिए नहीं आ रहा है
हम सब की एक मांग है सरकार जो भी जमीन अधिग्रहण कर रही है उसके एवज में मुआवजा अच्छा दे जिस से संबंधित व्यक्ति को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो जमीन अधिग्रहण के बाद बची हुई जमीन को उस जमीन पर रहने वाले व्यक्ति को उसका उत्तराधिकारी व मालिक घोषित करें अभी तक हम लोग जिस जमीन पर रह रहे थे उस जमीन का मालिक अपने आप को मानते थे जिसका पर्चा सुधा जमीन का बैनामा कराए, दाखिल खारिज कर आए, अयोध्या विकास प्राधिकरण व नगरपालिका से मानचित्र पास कराएं, गृह जलकर कर बराबर देते आ रहे हैं, अभी तक किसी ने नहीं बताया आप इस जमीन के मालिक नहीं है जब तक फ्रीहोल्ड नहीं करा लेंगे, आज जब सरकार को जमीन की जरूरत पड़ी, सरकार हमारी भूमि को अधिग्रहण कर रही है, इसी संदर्भ को लेकर यह मौन प्रदर्शन 3 घंटे का किया जा रहा है, सरकार का प्रशासन का विरोध किसी तरीके से नहीं है एक मौन प्रदर्शन के दौरान ना रोड जाम करेंगे, किसी प्रकार की नारेबाजी नहीं करेंगे, आम जनमानस को किसी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं होगी, शांतिपूर्ण ढंग से यह आंदोलन होगा, इस आंदोलन में मुख्य रूप से, अयोध्या राम पद के समस्त लोग मौजूद रहे।