अयोध्या-
सारा खेल कुर्सी का है फिर चाहे किस्सा पार्षदी का ही क्यों न हो । हर व्यक्ति अपनी – अपनी सीट बचाने के लिए जुगत भिड़ाता है । ऐसा ही मामला अयोध्या नगर निगम चुनाव के लिए वार्डों का आरक्षण जारी होने के बाद देखने को मिला । यहां एक पार्षद की सीट महिला के लिए आरक्षित हुई तो उन्होंने मुहूर्त से पहले ही कोर्ट मैरिज कर ली । हालांकि , उनकी शादी फरवरी में तय थी । नगर निगम के स्वर्गद्वार से पार्षद महेंद्र शुक्ला ने दोबारा अपनी सीट पर काबिज होने के लिए यह जुगत भिड़ाई है । महेंद्र के वार्ड का समायोजन लक्ष्मण घाट होने के साथ ही उसे महिला के लिए आरक्षित घोषित किया गया है । महेंद्र की अभी तक शादी नहीं हुई थी । उन्होंने अपने लिए दुल्हन पहले से देख रखी थी । फिर क्या था महेंद्र झटपट कचेहरी में अपनी दुल्हन के साथ दो दिसंबर को मैरिज रजिस्ट्रार के यहां हाजिर हो गए । वहां उन्होंने शादी की कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर लीं । चुनाव को देखते हुए फटाफट शादी का उनका फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है।