बैठक के पहले भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा ने बैठक के एजेंडे की दी जानकारी।
कल की बैठक पर हुई चर्चाओं को।लेकर विस्तार से मीडिया से हुए मुखातिब।
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा का बयान।
कल की बैठक में मुख्य रूप से परकोटा और लोअर प्लिंथ को लेकर हुई है समीक्षा।
लोअर प्लिंथ में लगाए जाने वाले राम कथा के स्टोन म्यूरल पर हुई विस्तार से चर्चा।
1 सितंबर से राम मंदिर में तीन लिफ्ट लगाई जाने का कार्य हो जाएगा शुरू, जल्द ही अयोध्या पहुंचेगी लिफ्ट।
परकोटा में 45000 क्यूबिक फीट पत्थर लगना है बाकी।
6 सप्ताह में परकोटे में पत्थर लगाए जाने का कार्य भी हो जाएगा पूर्ण।
मंदिर के लोअर प्लिंथ में लगाए जाने वाली कथा कृति पहुंची है अयोध्या।
म्यूरल्स लगाए जाने को लेकर हुई है थोड़ी सी चूक,म्यूरल लगवाने में ऊपर की तरफ लगाई जाने वाली रेलिंग का नहीं रखा गया ध्यान।
म्यूरल्स लगाने का काम भी सितंबर के आखिरी या अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में होगा पूरा।
राम मंदिर में राम मंदिर संघर्ष में शहीद के स्मारक बनाए जाने को लेकर उसके स्थान का कल हुआ है चयन।
जहां पर राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा अशोक सिंघल ने की थी आंदोलन का आह्वाहन।
उसी स्थान पर लगाया जाएगा शहीदों का स्मारक।
अस्थाई मंदिर को भी किया जा रहा है संरक्षित निर्माण कार्य पहले ही हो चुका है शुरू,अस्थाई मंदिर लकड़ी से ही होगा निर्मित जैसा था उसी तरीके से जाएगा बनाया अस्थाई मंदिर को शीशे के आवरण में जाएगा ढका।
आगामी बैठक में शहीद स्मारक और अस्थाई मंदिर को संरक्षित करने के प्रमुख कार्यों पर होगी चर्चा।
मंदिर निर्माण की पूर्ति के लिए अगर नवंबर माह में ट्रस्ट लेता है निर्णय तो निर्माण समिति की तरफ से शत प्रतिशत किया जाएगा उसकी पूर्ति।
राम मंदिर के शहीदों के स्मारक में व्यक्ति विशेष का नहीं होगा नाम।
राम मंदिर के भूमि पूजन को शिला पर किया गया है प्रदर्शित।
जिसमें केवल प्रधानमंत्री के द्वारा किए गए भूमि पूजन का होगा जिक्र इसके अलावा किसी भी शहीद स्मारक पर नहीं लिखा जाएगा किसी भी व्यक्ति विशेष का नाम।
राम मंदिर राष्ट्र का है एकमात्र मंदिर इसमें सभी का है सहयोग है महत्वपूर्ण,हम किसी व्यक्ति विशेष का नहीं करेंगे चयन।
राम मंदिर की भूमि पूजन में प्रधानमंत्री के द्वारा लिखा हुआ पत्थर यात्री सुविधा केंद्र पर जल्द ही किया जाएगा स्थापित।









