धान की फसल कटने के बाद खाली हुए खेतों में किसानों ने अगैती गेहूं और आलू की बोआई शुरू कर दी है, लेकिन उन्हें जरूरत के अनुसार डीएपी और एनपीके खाद नहीं मिल रही है। सहकारी समितियों के गोदाम खाली हो गए हैं। उधर, कलान तहसील की कई समितियों में लंंबे समय से खाद नहीं होने से किसानों को बाजार से महंंगे दामों पर उर्वरक खरीदने पड़ रहे हैं।
जलालाबाद ब्लॉक क्षेत्र की दस सहकारी समितियों में से केवल मनोरथपुर सहसोबारी समिति पर ही यह खाद उपलब्ध है। अल्हागंज की निबऊनगला और रत्नापुर समितियों पर खाद की कमी पहले से बनी हुई है। एडीओ कोऑपरेटिव संजीव दीक्षित ने बताया कि दस दिन पहले सभी समितियों पर 40-40 टन मुहैया कराई गई खाद बांटी जा चुकी है। बताया कि जल्द ही खाद की दूसरी रैक आ जाएगी।
मीरानपुर कटरा में बहुउद्देश्यीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति पर खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। समिति के सचिव राजीव कुमार सिंह ने बताया कि आलू की बोआई को समिति के गोदाम में 20:20:13 श्रेणी वाली एनपीके की 400 बोेरियां उपलब्ध हैं, जबकि क्षेत्र के किसान 12:32:16 अनुपात वाली एनपीके मांग कर रहे हैं।
कांट में समितियों पर खाद नहीं होने से किसानों को बाजार में डीएपी और एनपीके किसानों को मंहगे दामों पर मिल रही हैं। कोतवाली के सामने स्थित सहकारी समिति और वहांं के गोदाम पर मंगलवार को किसानों की भारी भीड़ लगी रही। समिति के सचिव अभय कुमार ने बताया कि गोदाम में उपलब्ध खाद किसानों को दी जा चुकी है।
कुर्रिया कलां की साधन सहकारी समिति में आवश्यक खादें नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। समिति के सचिव रंजीत सिंह का कहना है कि डीएपी की अतिरिक्त मांग विभागीय अधिकारियों को भेजी जा चुकी है। बताया कि बृहस्पतिवार को डीएपी आने की संभावना है।
बंडा में इफको किसान सेवा केंद्र पर एनपीके व डीएपी नहीं होने से गेहूं की बोआई को तैयार किए गए खेत सूख रहे हैं। गांव पट्टी छज्जूपुर निवासी प्रेमपाल ने बताया दो-तीन दिन से केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन प्रभारी एक-दो दिन की बात कह कर टरका रहे हैं। ददिउरी निवासी मनजीत सिंह, मंझिगई के सतेंद्र कुमार भी खाद नहीं मिलने से परेशान हैं।
000
दो एकड़ खेत में बोआई लिए दो बोरी डीएपी की आवश्यकता है। रविवार को सोसाइटी जानेे पर खाद नहींं होने की बात बताई गई। समिति से खाद नहींं मिली तो बाजार से खरीदनी पड़ेगी।
-राम निवास मिश्रा, कुर्रियाकलांं
हमें 32 बीघा गेहूं की बोआई को पांच बोरी डीएपी चाहिए। खाद लेने समिति के गोदाम जाने पर यह कहकर लौटा दिया गया कि जिन पुराने खाताधारकोें के पास चेक है, सिर्फ उन्हींं को खाद दी जा रही है।
-शरद शुक्ला, पल्हौरा
कलान की सभी समितियों के लिए उर्वरकों का किसानों की मांग के अनुसार आवंंटन तय हो चुका है। 1901 टन डीएपी और 826 टन एनपीके उर्वरक की नई रेलवे रैक जनपद में 20 अक्तूबर तक आ रही है। रैक मिलते ही सभी समितियोें पर खाद भेज दी जाएगी। आलू बोेने के लिए 12:32:16 श्रेणी वाली एनपीके भी मंगाई जा रही है।
-अखिलेश कुमार सिंह, सहायक निबंधक सहकारिता