उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले के सौरभ हत्याकांड में हत्यारोपी साहिल शुक्ला के घर में जो तस्वीरें, पेंटिंग आदि मिली हैं, वह उसके अंधविश्वासी होने की तरफ इशारा करती हैं। पुलिस भी साहिल शुक्ला के घर के अंदर का नजारा देखकर दंग रह गई। दरअसल, साहिल जिस कमरे में रह रहा था उसकी दीवारों पर महादेव, गणेश भगवान की बड़ी पेंटिंग्स बनी थीं। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि साहिल अपनी मुर्दा मां से बातें भी करता था।
एसपी सिटी ने बताया कि साहिल अपनी मां को बहुत प्यार करता था, मां के बारे में अक्सर मुस्कान से बातचीत किया करता था। साहिल की कमजोरी मुस्कान समझ गई और वह बार-बार फर्जी आईडी से मैसेज कर साहिल को सौरभ का हत्या करने की बात लिखती थी। स्नैप चैट पर मुस्कान ने सौरभ की भी फर्जी आईडी बना रखी थी। सौरभ की आईडी से मुस्कान लिखा करती थी कि मेरे मां-बाप मुझे मारना चाहते हैं, ताकि लोग समझें कि सौरभ लिख रहा है और सौरभ की हत्या के बाद उसके परिजनों को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहराएं और मुस्कान व साहिल बच जाएं।
शिमला में मुस्कान और साहिल ने खुद को पति पत्नी बताकर होटल में कमरा लिया था, क्योंकि बिना पति-पत्नी के दरअसल होटल में कमरा नहीं मिल रहा था।
सोमवार को जब मुस्कान मेरठ पहुंची तो बेटी पीहू ने पापा सौरभ से बातचीत कराने के लिए कहा। इस पर मुस्कान ने पीहू को कहा कि पापा डयूटी पर बाहर गए हुए हैं, अभी बातचीत नहीं हो सकती। यह बात सुनकर पीहू ने रोना शुरु कर दिया।
इस तरह के प्रकरण और अपराध की प्रणाली जिसे मोडस ऑपरेंडी कहा जाता है यह अत्यंत जघन्य श्रेणी में आता है। ब्रह्मपुरी पुलिस को इस प्रकरण में जल्द चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश की जाएगी। अच्छी पैरवी करवा कर आरोपी साहिल और मुस्कान को कठोर सजा दिलाई जाएगी। – कलानिधि नैथानी, डीआईजी, मेरठ रेंज।
जांच में सामने आया है कि सौरभ की हत्यारोपी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में बुधवार को दिल दहला देने वाले खुलासे हुए। हत्या करने के बाद साहिल ने 24 घंटे तक कटा सिर और कलाइयों से कटे हाथ अपने घर पर अपने कमरे में रखे, वहीं सोया। वहीं, सौरभ का धड़ मुस्कान के कमरे में बेड के बॉक्स में रहा और मुस्कान उसी बेड पर सोई।
हत्या करने से पहले डिलिवरी कंपनी ब्लिंकिट से ऑनलाइन ब्लीच मंगाई गई थी। हत्या करने के बाद पूरे कमरे और बाथरूम में खून हो गया था, जिसको ब्लीच से साफ किया गया। जोमेटो और स्वीगी से भी खाने का आर्डर मुस्कान अपने और साहिल के लिए मंगाया करती थी। रोजाना करीब आठ से दस डिलीवरी ब्वॉय आया करते थे। मुस्कान और साहिल बाहर का खाना अधिक पसंद मुस्कान करते हैं।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने नवंबर 2024 में सौरभ को मारने की प्लानिंग बनाई थी। उसे रास्ते से हटाकर दोनों साथ रहना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने नवंबर में ही गांव-गांव जाकर यह पता किया था कि जानवर के मरने पर उसे कहां दबाया जाता है, ताकि हत्या करने के बाद वह सौरभ का शव वहां दबा सकें और किसी को इसका पता भी न चले।
22 फरवरी 2025 को मुस्कान ने शारदा रोड स्थित एक डॉक्टर के यहां अपने को डिप्रेशन का मरीज बताते हुए नींद की गोलियां लिखवाईं, क्योंकि बिना डॉक्टर के पर्चे के नींद की दवाइयां नहीं मिलती हैं। इसके बाद उसने गूगल पर सर्च कर नींद और नशे की गोलियों के कुछ साल्ट और देखे। इन्हें उसने डॉक्टर के पर्चे पर खुद लिखा। वह प्रेमी के साथ खैरनगर पहुंच गई और नींद व नशे की गोलियां लीं। दोनों ने शारदा रोड से मीट काटने वाले 800 रुपये के दो चाकू, 300 रुपये में उस्तरा और पॉली बैग खरीदे। तीन मार्च को सौरभ अपनी मां रेणु के घर से लौकी के काेफ्ते की सब्जी लाया था। उसने कोफ्ते गर्म करने के लिए मुस्कान को दिए। मुस्कान ने सब्जी में नींद की व अन्य नशीली दवाइयां मिला दीं। इसके बाद सौरभ सो गया।