प्राण प्रतिष्ठा से पहले शुरू हो जाएगा पुनर्विकसित अयोध्या जंक्शन, रेलवे ने शुरू की तैयारी
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रहा है। पुनर्विकसित अयोध्या जंक्शन के नए भवन का संचालन प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले आरंभ कर दिया जाएगा। महोत्सव पर ट्रेन से रामनगरी आने वाले श्रद्धालु एवं अन्य यात्री अपने कदम मंदिर मॉडल के रूप में विकसित अयोध्या जंक्शन के परिसर में रखेंगे। महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना के दृष्टिगत यह तैयारी है।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रहा है। पुनर्विकसित अयोध्या जंक्शन के नए भवन का संचालन प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले आरंभ कर दिया जाएगा। महोत्सव पर ट्रेन से रामनगरी आने वाले श्रद्धालु एवं अन्य यात्री अपने कदम मंदिर मॉडल के रूप में विकसित अयोध्या जंक्शन के परिसर में रखेंगे
महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना के दृष्टिगत यह तैयारी है। आगामी 31 दिसंबर के बाद से स्टेशन के प्रकाश, लिफ्ट, शौचालय सहित अन्य सुविधाओं का परीक्षण किया जाएगा, ताकि खामियों को दूर किया जा सके।
इसके बाद जनवरी के पहले सप्ताह से स्टेशन को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की योजना है। स्टेशन भवन का यह संचालन स्थाई रूप से होगा। स्टेशन के अन्य विकास कार्य चलते रहेंगे। रेलवे दोहरीकरण को भी दिसंबर में पूर्ण करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। ताकि महोत्सव में स्पेशल एवं नई ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त किया जा सके
वर्ष 2018 से चल रहा विकास कार्य
अयोध्या जंक्शन का पुनर्विकास अक्टूबर 2018 से चल रहा है। बदहाली के भंवर से उबर कर यह रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय रेल प्रतिष्ठान के रूप में पहचान बना रहा है। करीब दो करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पहले चरण में नया भवन बन कर तैयार है।
मुख्य भवन की बाहरी दीवारें गुलाबी पत्थरों से निर्मित हैं। शिखर की शोभा मुकुट बढ़ा रहा है। आंतरिक परिसर भी आकर्षक है, जहां श्रद्धालुओं के लिए समुचित सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्राथमिक उपचार एवं शिशु देखभाल केंद्र भी बनाए गए हैं। वातानुकूलित प्रतीक्षालय तैयार है। प्लेटफार्म नंबर एक की लंबाई भी बढ़ाई जाएगी।
आवागमन मिला कर करीब एक लाख यात्रियों का भार उठाने में सक्षम इस स्टेशन के आंतरिक परिसर में हवा के प्रवाह का विशेष प्रबंध किया गया है। चार स्वचालित सीढ़ियां एवं छह लिफ्ट हैं। वातानुकूलित प्रतीक्षालय, विश्रामालय व स्टेशन तक पहुंचने के लिए फोरलेन मार्ग बन चुका है। पहले चरण में 24 कर्मचारी आवास, 500 वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग, भीतर के मार्ग, सब स्टेशन बन चुके हैं
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। नए भवन का उपयोग भी किया जाएगा। उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में व्यवस्थाएं की जा रही हैं।-