संत तुलसीदास समिती के बैनर तले भगवताचार्य स्मारक सदन में सम्पन्न होगी रामलीला, संतो ने बैठक कर बनाई रणनीति।
रामनगरी अयोध्या के भगवताचार्य स्मारक सदन में विगत कई वर्षों से बंद पड़ी हुई परंपरागत रामलीला
मंचन 14 अक्टूबर से होगा। संत तुलसीदास समिती इस रामलीला का मंचन कराएगी। कार्यक्रम को सफल बनाए जाने के लिए शनिवार को बड़ा भक्तमाल मन्दिर में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में समिती के अध्यक्ष के रूप में अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष धर्म सम्राट महन्त ज्ञानदास और कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर विंदुगद्याचार्य स्वामी देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी महाराज को सर्वसहमति से मनोनीत किया गया है। वन्ही कोषाध्यक्ष के रूप में बड़ा भक्तमाल मंदिर के पीठाधीश्वर महन्त अवधेश दास जी महाराज और महासचिव के लिए संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महन्त ज्ञानदास के उत्तराधिकारी बाबा संजय दास को ज़िम्मेदारी दी गई है। बैठक में आधा दर्जन से अधिक संत महंतो ने अपने-अपने विचार रखें। बड़ा भक्तमाल के पीठाधीश्वर महंत अवधेश दास ने कहा कि रामलीला के मंचन के साथ ही साथ विशिष्ट सन्तो महंतो का भी स्वागत सम्मान किया जाएगा। इस मौके पर हनुमानगढ़ी के वरिष्ठ पुजारी बाबा हेमन्त दास, नागा रामलखन दास, पूर्व चेयरमैन राधेश्याम गुप्ता, वरिष्ठ व्यपारी नेता पंकज गुप्ता, महन्त धनुषधारी शुक्ला, सहित अन्य संत महन्त इस बैठक में मौजूद रहे। कुल मिलाकर रामनगरी अयोध्या में भागवताचार्य स्मारक सदन में इस बार रामलीला का मंचन संत तुलसीदास समिति के तत्वाधान में फिर से शुरू होगी।