
मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि राजा की हत्या कराने में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का हाथ था। उसने ही भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। डीजीपी नोंगरांग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के सिलसिले में पत्नी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम ने बताया कि सोमवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। ऐसे में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने ‘एक्स’ पर लिखा, राजा हत्याकांड में सात दिनों के भीतर ही पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है।
इससे पहले डीजीपी आई नोंग्रांग ने सोमवार सुबह बताया कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या कथित तौर पर मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी की ओर किराए पर बुलाए गए लोगों ने की। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, जबकि तीन अन्य हमलावरों को रात भर की छापेमारी में गिरफ्तार किया गया। दो को इंदौर (मध्य प्रदेश) से और एक को ललितपुर (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य आरोपियों को एसआईटी ने इंदौर से पकड़ा। उन्होंने कहा कि सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। नोंग्रांग ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि पत्नी ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें किराए पर लिया था। अपराध में शामिल कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश में अभियान अभी भी जारी है।
कौन-कौन पुलिस की गिरफ्त में आए?
मामले में मेघालय पुलिस ने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति ललितपुर का 19 वर्षीय आकाश राजपूत है। दूसरा आरोपी विशाल सिंह चौहान (उम्र 22 वर्ष) इंदौर का है। तीसरा राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21 वर्ष) इंदौर का है। कल सोनम रघुवंशी गाजीपुर में थी। आज दोपहर हमने सागर जिले से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। नंदगढ़ थाने में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। तीसरी टीम सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार करने के लिए जा रही है। इन लोगों ने 23 मई को वारदात को अंजाम दिया और तुरंत भाग निकले। उस समय हमें नहीं पता था कि यह एक हत्या है। हम उनकी तलाश कर रहे थे। हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट देखी, लेकिन कोई नहीं मिला। शव 2 जून को ही मिला, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। इन 7 दिनों में एसआईटी ने पर्याप्त सबूत जुटाए। राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। सोनम मुख्य आरोपियों में से एक है। शुरुआती जांच के मुताबिक, दूसरे आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तारों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।
क्या है मामला?
इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय पहुंचे एक जोड़े के लापता होने का मामला काफी दिनों से चर्चा में था। 23 मई को जब यह जोड़ा लापता हुआ, तब माना जा रहा था कि मेघालय के सोहरा क्षेत्र में घने जंगलों और कम आबादी की वजह से पति-पत्नी की खोज-खबर नहीं मिल पा रही है। इसके बाद मामला उलझता चला गया। लापता युवक का शव दो जून (सोमवार) को 150 फीट गहरी खाई में मिला था।
राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था केस
इंदौर के इस जोड़े के लापता होने का केस राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था। दरअसल, भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन्स के जरिए राजा का शव ढूंढा। उनका शव बुरी तरह सड़ चुका था और चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परिजनों ने एक टैटू के जरिए शव की पहचान की। हालांकि, राजा के शव के आसपास खोजबीन पर भी सोनम का कुछ पता नहीं चला। इतना ही नहीं राजा का शव वोइसाडोंग नाम की जगह पर मिला। इस खोज अभियान में एसडीआरएफ, स्पेशन ऑपरेशन टीम और एक माउंटेनियरिंग क्लब भी शामिल था। वोइसाडोंग में जहां शव मिला, वह जगह राजा-सोनम की तरफ से किराए पर ली गई स्कूटी की लोकेशन से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। यह फासला मामले में और शक बढ़ाने वाला बना। राजा के शव के पास से न उनका मोबाइल मिला, न पर्स, और न ही राजा की पहनी सोने की चेन और अंगूठी। सिर्फ उसकी स्मार्टवॉच ही कलाई पर बंधी मिली थी।
‘सिर पर आगे और पीछे दो तीखे घाव’
राजा रघुवंशी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिसमें कई तीखे घावों की पुष्टि हुई है। बताया गया कि राजा के सिर पर दो बड़े घाव थे- एक सामने से, दूसरा पीछे से। लाश को खाई में फेंकने से शरीर की हड्डियां भी टूट गई थीं। पुलिस को घटनास्थल से ही राजा की हत्या में इस्तेमाल हथियार ‘डाओ’ भी मिला, जिसे जब्त कर लिया गया।
पर्यटक गाइड के खुलासे की बात सच होती नजर आ रही
इससे पहले बीते दिनों मामले एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ था। दरअसल, एक पर्यटक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन यह जोड़ा लापता हुआ, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। 23 मई को दंपती लापता हुआ था। राजा का शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला था।
‘चार लोग थे, हिंदी में बात कर रहे थे’
मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि उन्होंने दंपती को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने कहा था कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को किराये पर कर लिया था।
‘चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी’
उन्होंने बताया था कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। अल्बर्ट ने दावा किया था कि जब मैं मावलाखियात पहुंचा, उनका स्कूटर वहां नहीं था। इंदौर के दंपती का किराये का स्कूटर मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर सोहरारिम में पाया गया और उसमें चाबी लगी हुई थीं।