श्रीराम जय राम जय जय राम के साथ बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जागृति विहार एक्सटेंशन पर हनुमंत कथा आरंभ की। उन्होंने कल मेरठ की घटना पर जिक्र किया। कई लोगों ने कहा कि आपने हंसी में टाल दिया नीला ड्रम कहकर। गूगल पर सर्च करो नीला ड्रम कहां मिलता है। मेरठ की घटना के बाद मुस्कान ने समस्त नारी समाज को कठघरे में खड़ा कर दिया है। बेटी को डीएम बनाओ या मत बनाओ पर बेटी को संस्कारवान बनाओ।
आचार्य श्री ने कहा कि बच्चों को आईपीएस या आईएएस बना दिया लेकिन संस्कारवान नहीं बना पाए तो सब पढ़ाई धरी रह गई। पद और कद के बल पर पैसा कमा सकते हैं, रोटी कमा सकते हैं लेकिन जिंदगी जीना संस्कार से ही आएगा। मेरठ की घटना में सबसे बड़ी भूल माता पिता के संस्कारों की है। किलर, सुसाइडर और लवेरिया के चक्कर में बच्चे पड़ेंगे, जब ऐसे टीवी सीरियल बच्चों को दिखाओगे। रामचरित मानस पढ़ाओगे तो बेटा राम और बेटी सीता बनेगी। रामायण के आधार पर जिंदगी जीना चाहिए।